सितंबर का महीना आते ही मौसम का मिजाज पूरे देश में तेजी से करवट बदल रहा है. जहां एक ओर दिल्ली-एनसीआर में बारिश थमने से उमस और गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है, वहीं दूसरी ओर यूपी और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में बारिश का नया दौर शुरू हो गया है. पहाड़ी राज्यों हिमाचल और उत्तराखंड में बरसात के साथ भूस्खलन का खतरा अभी भी टला नहीं है. मौसम विभाग ने अलग-अलग राज्यों के लिए ताजा पूर्वानुमान जारी किया है, जो राहत और सतर्कता दोनों का संदेश दे रहा है.
दिल्ली-एनसीआर: गर्मी और उमस से बेहाल
दिल्ली-एनसीआर में पिछले छह दिनों से बारिश नहीं हुई है. तापमान लगातार चढ़ रहा है और लोगों को चिपचिपी उमस परेशान कर रही है. जब बारिश हो रही थी तब मौसम सुहावना बना हुआ था, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं. फिलहाल राहत सिर्फ उन हवाओं से है, जो 35 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं और गर्मी को थोड़ा कम कर रही हैं. मौसम विभाग का कहना है कि अगले 2-3 दिन तक यही हालात बने रहेंगे और जोरदार बारिश की संभावना बहुत कम है.
उत्तर प्रदेश: पूर्वांचल में बादलों की वापसी
उत्तर प्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय होने जा रहा है. खासकर गोरखपुर, कुशीनगर और बस्ती जैसे जिलों में आज से मध्यम से हल्की बारिश देखने को मिलेगी. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए पूर्वी यूपी और तराई क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट दिया है. दूसरी ओर, लखनऊ और नोएडा जैसे बड़े शहरों में फिलहाल उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली. यहां दिन का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
राजस्थान: धूप ने बढ़ाई तपिश
राजस्थान में हाल की भारी बारिश थमने के बाद मौसम साफ हो गया है. बुधवार को राज्य के अधिकतर शहरों में धूप खिली रही और तापमान में 2 से 4 डिग्री तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई. जैसलमेर, बाड़मेर और उदयपुर जैसे शहरों में गर्मी का असर साफ महसूस किया गया. मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 4-5 दिन तक यहां बारिश की संभावना नहीं है और मौसम शुष्क बना रहेगा.
महाराष्ट्र: 17 जिलों में अलर्ट
महाराष्ट्र में बारिश का दौर एक बार फिर तेज होने वाला है. मौसम विभाग ने 17 जिलों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है. खासकर कोकण और विदर्भ क्षेत्र में भारी बारिश के आसार हैं. आकाशीय बिजली और तेज हवाओं के साथ मूसलधार बारिश की चेतावनी दी गई है. लोगों को घर से बाहर निकलने से पहले सतर्क रहने की सलाह दी गई है. इस बीच गोवा और गुजरात के कुछ हिस्सों में भी बारिश का असर देखने को मिलेगा.
हिमाचल प्रदेश: भूस्खलन का खतरा बरकरार
हिमाचल प्रदेश में बुधवार को कई जगहों पर जमकर बारिश हुई. बिलासपुर के ब्राह्राणी में 82 मिमी और मंडी के जोगेंद्रनगर में 80 मिमी वर्षा दर्ज की गई. भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है. शिमला और धर्मशाला में बादल छाए रहने से लोगों को ठंडी हवाओं का एहसास हुआ, लेकिन हालात खतरे से खाली नहीं हैं.
उत्तराखंड: धूप और बादलों का खेल
उत्तराखंड का मौसम इन दिनों लोगों को उलझन में डाल रहा है. कभी धूप खिल जाती है तो कभी बादल बरसने लगते हैं. मौसम विभाग ने पूरे राज्य के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. खासकर नैनीताल, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है. देहरादून और हरिद्वार में भी बिजली चमकने और गर्जना की चेतावनी दी गई है.
जम्मू-कश्मीर: राहत के बीच सतर्कता
जम्मू-कश्मीर में पिछले हफ्ते की तेज बारिश के बाद अब मौसम सामान्य हो रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि 12 सितंबर तक मौसम साफ रहेगा, लेकिन 13 सितंबर को कठुआ जिले में भारी बारिश की आशंका है. ऊपरी इलाकों में हल्की बारिश के साथ भूस्खलन का खतरा बरकरार रहेगा.