Soil Fertility: पंजाब, हरियाणा और तेलंगाना सहित लगभग पूरे देश में किसान अधिक पैदावार के लिए बहुत अधिक रासायनिक खादों का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति कमजोर और अम्लीय हो रही है, जिससे पैदावार में गिरावट आ रही है. ऐसे में खेती की लागत धीरे-धीरे बढ़ रही है. वहीं, कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि किसान कुछ देसी उपाय अपनाकर मिट्टी को फिर से उर्वरा बना सकते हैं. इसके लिए किसानों को ज्यादा मेहनत करनी की भी जरूरत नहीं है. बस किसानों को नीचे बताए गए तरीकों को अपनाना होगा.
कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि अम्लीय मिट्टी में पौधे खाद और पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित नहीं कर पाते हैं. इसे सुधारने का सबसे कारगर और सस्ता तरीका है चुना डालना. चुना मिट्टी में मौजूद कैल्शियम से उसकी बनावट मजबूत करता है, जिससे जड़ें और पौधे अच्छे से बढ़ते हैं. साथ ही यह मिट्टी में हानिकारक तत्व जैसे एल्यूमिनियम और आयरन के असर को कम करता है. चुना डालने से मिट्टी भुरभुरी होती है और जलधारण क्षमता भी बढ़ती है. इसलिए बेहतर उत्पादन के लिए केवल बीज और खाद पर निर्भर रहने की बजाय मिट्टी का पीएच संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है.
कितनी मात्रा में करें चुना का छिड़काव
एक्सपर्ट के मुताबिक, चुना छिड़काव की सही मात्रा जानना बहुत जरूरी है. सामान्य अम्लीय मिट्टी के लिए 1 एकड़ में 2 से 4 क्विंटल चुना पर्याप्त होता है, जबकि बहुत अम्लीय मिट्टी में यह 5 क्विंटल तक बढ़ सकती है. सही मात्रा तय करने के लिए मिट्टी की जांच कराना सबसे अच्छा तरीका है. साथ ही सही समय भी जरूरी है. चुना फसल बोने से 20 से 25 दिन पहले खेत की तैयारी के दौरान समान रूप से छिड़ककर हल या कल्टीवेटर से मिट्टी में मिलाना चाहिए. फिर हल्की सिंचाई करने से चुना जल्दी असर दिखाता है.
दो तरह के चुना का करें चुनाव
अगर किसान चाहें तो खेती में दो मुख्य प्रकार के चुना इस्तेमाल कर सकते हैं. पहला कृषि चुना, जो केवल कैल्शियम देता है और दूसरा डोलोमाइट चुना, जिसमें कैल्शियम के साथ मैग्नीशियम भी होता है. मैग्नीशियम की कमी वाले खेतों में डोलोमाइट चुना ज्यादा फायदेमंद है. खास बात यह है कि खेत में चुना हर साल डालने की जरूरत नहीं होती. एक बार सही मात्रा में डालने से असर 3 से 4 साल तक रहता है. इससे मिट्टी की गुणवत्ता सुधरती है, फसल की पैदावार बढ़ती है और रासायनिक उर्वरकों की जरूरत कम हो जाती है, जिससे खेती की लागत घटती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
वैज्ञानिकों के मुताबिक, चुना छिड़काव करने से किसान मिट्टी की उर्वरता लंबे समय तक बनाए रख सकते हैं. बदलते मौसम और बढ़ती खेती लागत के दौर में मिट्टी का सही प्रबंधन बेहद जरूरी है. चुना छिड़काव एक सरल, सस्ता और असरदार तरीका है.