मल्टीक्रॉप सीड ड्रिल से करें बीजों की बुवाई, तेजी से होता है पौधों का अंकुरण

मल्टीक्रॉप सीड ड्रिल मशीन की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसे कई तरह की फसलों के बीजों की बुवाई के लिए इ्स्तेमाल किया जा सकता है. इस मशीन की मदद से बीजों के साथ-साथ उर्वरका की भी बुवाई की जा सकती है.

नोएडा | Updated On: 18 Jun, 2025 | 02:05 PM

आज के समय में कृषि क्षेत्र में भी आधुनिकता का इस्तेमाल किया जा रहा है. किसान पारंपरिक खेती को छोड़ आधुनिक खेती की तरफ अपना रुख कर रहे हैं और सरकार भी किसानों को आधुनिक खेती करने के लिए बढ़ावा देती रहती है. साथ ही किसानों को कई तरह की मदद भी मुहैया कराती रहती है. बाजार में खेती से जुड़ी कई तरह की आधुनिक मशीनें उपलब्ध हैं जिनके इस्तेमाल से किसानों के समय और मेहनत दोनों की बचत होती है. इन्हीं मशीनों में बीजों की बुवाई की मशीनें भी उपलब्ध हैं, जिनके इस्तेमाल से बीज एक समान दूरी और गहराई में बोए जा सकते हैं. ऐसी ही एक बीज बुवाई की मशीन है मल्टीक्रॉप सीड ड्रिल. खबर में आगे बात करेंगे कि क्या है ये मशीन और क्या हैं इस मशीन के फायदे.

क्या है मल्टीक्रॉप सीड ड्रिल

मल्टीक्रॉप सीड ड्रिल मशीन एक आधुनिक कृषि उपकरण है जिसे ट्रैक्टर के साथ जोड़ कर इस्तेमाल किया जाता है. इसका इस्तेमाल मिट्टी में बीजों को एक समान दूरी और गहराई में बोने में किया जाता है. इस तरह से बीजों की सही बुवाई के कारण फसलों का उत्पादन बढ़ता है और किसानों के समय और मेहनत की भी बचत होती है.

क्या हैं इस मशीन की विशेषताएं

मल्टीक्रॉप सीड ड्रिल मशीन की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसे कई तरह की फसलों के बीजों की बुवाई के लिए इ्स्तेमाल किया जा सकता है. जिसमें गेहूं, मक्का, सोयाबीन, चना, मूली, सरसों, सूरजमुखी, जीरा, मटर, मसूर, आलू, प्याज, लहसुन, कपास, बाजरा, मूंगफली जैसी फसलें शामिल हैं. इसकी दूसरी खासियत ये है कि इस मशीन की मदद से बीजों के साथ-साथ उर्वरका की भी बुवाई की जा सकती है. साथ ही ये एक ऐसी मशीन है जिसके लिए ज्यादा बिजली की जरूरत नहीं होती है.

बीज बोने की इस मशीन के फायदे

मल्टीक्रॉप सीड ड्रिल मशीन से बीजों की बुवाई के कई तरह के फायदे हैं . जैसे बीजों की एक समान बुवाई से अंकुरण दर सुधरती है और पैदावार भी बढ़ती है. बीज और उर्वरकों की एक साथ बुवाई करने से समय और मेहनत दोनों की बचत होती है. इस मशीन के इस्तेमाल के लिए कम HP वाले ट्रैक्टर की जरूरत होती है , जिससे बिजली भी बचती है.

Published: 18 Jun, 2025 | 02:05 PM