टमाटर, मटर के दाम हुए दोगुने.. खीरा, बैंगन सहित इन सब्जियों के रेट जानकर पकड़ लेंगे माथा

शहर की मुख्य सब्जी मंडी के थोक विक्रेताओं के मुताबिक, टमाटर के दाम 10 से 15 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 45 से 50 रुपये हो गए हैं. मटर 50 से 55 रुपये से सीधे 90 से 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 18 Jun, 2025 | 01:09 PM

पंजाब के लुधियाना में सब्जियों की कीमतों में अचानक हुई तेज बढ़ोतरी ने आम लोगों के घर का बजट बिगाड़ दिया है. टमाटर से लेकर मटर तक, जरूरी सब्जियों के दाम कुछ ही दिनों में दोगुने हो गए हैं. हालांकि, इसकी वजह खराब मौसम, सप्लाई चेन में रुकावट और ट्रांसपोर्ट की दिक्कतें बताई जा रही हैं. व्यापारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में सब्जियों की कीमत में और बढ़ोतरी हो सकती है.

शहर की मुख्य सब्जी मंडी के थोक विक्रेताओं के मुताबिक, टमाटर के दाम 10 से 15 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 45 से 50 रुपये हो गए हैं. मटर 50 से 55 रुपये से सीधे 90 से 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. इसी तरह, फूलगोभी और शिमला मिर्च जो पहले 15 से 20 रुपये में मिल रही थीं, अब 45 से 55 रुपये प्रति किलो बिक रही हैं.

बजट संभालना चुनौती बन गया

खास बात यह है कि सब्जियों की महंगाई सिर्फ सीजनल सब्जियों तक सीमित नहीं है. आलू, प्याज और पालक जैसी रोजाना इस्तेमाल होने वाली चीजों के दाम भी काफी बढ़ गए हैं. इससे आम लोगों के लिए हफ्ते भर की सब्जी खरीदना मुश्किल हो गया है और बजट संभालना चुनौती बन गया है.

इन सब्जियों की बढ़ी कीमतें

सब्जियों की महंगाई की मार यहीं नहीं रुकी है. खीरे के दाम 8 से 10 रुपये से बढ़कर 20 से 25 रुपये प्रति किलो हो गए हैं. बैंगन अब 15 से 20 रुपये प्रति किलो बिक रहे हैं, जबकि पहले ये 10 से 15 रुपये में मिल जाते थे. बीन्स जो पहले 35 से 40 रुपये किलो थीं, अब 65 से 70 रुपये में बिक रही हैं. हरी मिर्च के दाम भी 35 से 40 रुपये से बढ़कर 45 से 50 रुपये प्रति किलो पहुंच गए हैं.

ताजी सब्जियों की आवक मंडी में प्रभावित

एक ग्राहक ने कहा कि पहले 200 रुपये में तीन दिन की सब्जी आ जाती थी, लेकिन अब उसी पैसे में मुश्किल से दो थैलियों में थोड़ी-बहुत सब्जी ही आ पाती है. मजबूरी में हमें सब्जियों की वेरायटी कम करनी पड़ रही है और पोषण पर भी असर पड़ रहा है. एक अन्य ग्राहक ने कहा कि हाल ही में हुई बारिश ने जल्दी खराब होने वाली सब्जी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. ऊपर से ट्रांसपोर्टेशन में दिक्कत की वजह से ताजी सब्जियों की आवक मंडी में बहुत कम हो गई है. इसी कारण दाम अचानक बढ़ गए हैं.

कीमतों में और हो सकती है बढ़ोतरी

एक स्थानीय सब्जी विक्रेता ने कहा कि कस्टमर हमसे बहस करते हैं कि हम ज्यादा रेट ले रहे हैं, लेकिन हम खुद भी सब्जी महंगे दामों पर खरीद रहे हैं. इस बार मॉनसून ने फसल और ट्रांसपोर्ट दोनों को काफी नुकसान पहुंचाया है. इसलिए अभी जल्दी दाम कम होने की उम्मीद नहीं है. उल्टा लग रहा है कि सब्जियों के दाम और भी बढ़ सकते हैं.

 

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Published: 18 Jun, 2025 | 01:07 PM

आम धारणा के अनुसार टमाटर की उत्पत्ति कहां हुई?

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