अमूल का ऐलान: GST कटौती से दूध, घी, मक्खन होंगे सस्ते, किसानों की बढ़ेगी आमदनी

जीएसटी घटने से अब मिलावटी उत्पादों और टैक्स चोरी पर रोक लगेगी. खासकर घी जैसी कैटेगरी में संगठित सेक्टर को मजबूती मिलेगी. इससे बाजार में पारदर्शिता आएगी और उपभोक्ता को शुद्ध उत्पाद ही आसानी से मिल सकेंगे.

नई दिल्ली | Published: 5 Sep, 2025 | 11:04 AM

भारत की सबसे बड़ी डेयरी सहकारी संस्था अमूल ने साफ कर दिया है कि हाल ही में हुई जीएसटी दरों में कटौती का पूरा लाभ न केवल उपभोक्ताओं बल्कि किसानों तक भी पहुंचाया जाएगा. अमूल के प्रबंध निदेशक जयन मेहता ने कहा कि सहकारी मॉडल की यही ताकत है कि उपभोक्ताओं की आय का बड़ा हिस्सा सीधा किसानों तक पहुंचता है. इसका फायदा यह होगा कि दूध उत्पादकों को बेहतर दाम मिलेंगे और ग्राहकों को सस्ते दाम पर दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स मिलेंगे.

किसानों को मिलेगा ज्यादा मुनाफा

CNBC  की खबर के अनुसार, मेहता कहते हैं कि, अभी किसानों को भैंस के दूध का औसत मूल्य 60 से 64 रुपये प्रति लीटर और गाय के दूध का 40 से 45 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है. उपभोक्ताओं से मिलने वाले पैसे का 80 से 90 प्रतिशत पहले से ही किसानों तक पहुंचता है. GST कटौती के बाद यह हिस्सा और भी बढ़ जाएगा. यानी, अब किसान और भी मजबूत होंगे और उनकी आमदनी बढ़ेगी.

उपभोक्ताओं के लिए राहत

अमूल के मुताबिक, अब उपभोक्ताओं को दूध, घी, पनीर, मक्खन और आइसक्रीम जैसे उत्पाद सस्ते दामों पर मिलेंगे. मेहता ने बताया कि भारत में अभी भी डेयरी उत्पादों की खपत बेहद कम है. उदाहरण के तौर पर, हर 10 में से सिर्फ 1 व्यक्ति मक्खन खाता है और 20 में से सिर्फ 1 व्यक्ति पनीर खाता है. ऐसे में कीमतें घटने से इन उत्पादों की खपत कई गुना बढ़ सकती है.

जीएसटी कटौती से संगठित क्षेत्र को बढ़त

मेहता ने बताया कि जीएसटी घटने से अब मिलावटी उत्पादों और टैक्स चोरी पर रोक लगेगी. खासकर घी जैसी कैटेगरी में संगठित सेक्टर को मजबूती मिलेगी. इससे बाजार में पारदर्शिता आएगी और उपभोक्ता को शुद्ध उत्पाद ही आसानी से मिल सकेंगे.

अमूल का विस्तार अभियान

अमूल सिर्फ जीएसटी लाभ पर नहीं रुका है, बल्कि कंपनी अपनी उत्पादन क्षमता भी तेजी से बढ़ा रही है. जयन मेहता ने कहा कि कुछ कैटेगरी में अमूल पहले ही तीन गुना क्षमता बढ़ा चुका है और इस वित्तीय वर्ष के अंत तक इसे सात से आठ गुना तक बढ़ाने का लक्ष्य है. इसका मतलब है कि देशभर में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अमूल तैयार है.

डबल डिजिट ग्रोथ का लक्ष्य

मेहता ने बताया कि अमूल पिछले साल और इस साल के शुरुआती पांच महीनों में डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज कर चुका है. अब जीएसटी में कटौती और उत्पादों की कीमत घटने से कंपनी को और भी तेज ग्रोथ की उम्मीद है. उनका मानना है कि इससे किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा होगा और डेयरी उद्योग में नई ऊर्जा आएगी.