भारत में कोई भी धार्मिक अनुष्ठान हो या कोई मांगलिक कार्यक्रम , गेंदे के फूल के बिना घर की सजावट अधूरी सी लगती है. गेंदे की मांग बाजार में पूरे साल बनी रहती है इसीलिए भारत में इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. बिहार के किसानों को गेंदे की खेती से अच्छी कमाई हो इसके लिए प्रदेश सरकार गेंदे की खेती करने वाले किसानों को 70 फीसदी सब्सिडी मुहैया करा रही है. बता दें ये सब्सिडी बिहार सरकार की एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत दे रही है.
गेंदे की खेती से कमाई
गेंदे की खेती (Marigold Farming) किसानों को कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल है. गेंदे की फसल बुवाई के 2.5 से 3.5 महीने बाद तैयार हो जाती है. बात करें इसकी उपज की तो इसकी प्रति एकड़ फसल से किसानों को करीब 6 हजार से 12 हजार किलोग्राम की पैदावार मिलती है. बाजार में गेंदे की कीमत 15 रुपये प्रति किलो तक हो सकती है लेकिन त्यौहारों के समय ये कीमत बढ़कर 40 से 60 रुपये प्रति किलो तक चली जाती है. लिहाजा गेंदे की खेती से किसानों को औसतन 1.2 लाख से 2.4 लाख रुपये तक कमाई हो सकती है.
बिहार सरकार दे रही 70 फीसदी
बिहार सरकार की एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत प्रदेश के किसानों को गेंदे की फूल की खेती के लिए 70 फीसदी सब्सिडी दे रही है. यानी अगर कोई किसान गेंदे की खेती कर रहा है और उसकी लागत 10 लाख रुपये आ रही है तो सरकार की ओर से किसान को कुल लागत का 70 फीसदी यानी 7 लाख रुपये सब्सिडी के रूप में मिलेगा. इस तरह से किसान को अपने पास से सिर्फ 3 लाख रुपये ही लगाने होंगे. जबकि गेंदे की खेती से जो भी कमाई होगी वो पूरा किसान के पास ही जाएगी. इस लिहाज से किसान को कम लागत में ज्यादा मुनाफा होगा.
सब्सिडी के लिए ऐसे करें आवेदन
गेंदे के फूल की खेती के लिए किसान बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर जाएं. वेबसाइट पर दिए गए ‘एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना’ पर क्लिक करें. अगले पेज पर मांगी गई सारी जानकारी और जरूरी दस्तावेज अपलोड कर दें. बता दें कि आवेदन के लिए किसानों के पास आधार कार्ड, बैंक खाते की डिटेल्स, जमीन के कागज आदि होना जरूरी है. सारी जानकारी सही से भरने के बाद किसान सबमिट बटन पर क्लिक कर दें. किसान का फॉर्म सबमिट हो जाएगा. ज्यादा जानकारी के लिए किसान अपने क्षेत्र के बागवानी विभाग से संपर्क कर सकते हैं.