मछली पकड़ना सुनने में भले ही आसान लगे, लेकिन असल में यह एक बेहद धैर्य और समझदारी से किया जाने वाला काम है. कई लोग इसे सिर्फ एक शौक मानते हैं, जबकि वास्तव में यह एक कला है, जिसमें अनुभव के साथ-साथ शांत दिमाग और सही तकनीक की जरूरत होती है.
अक्सर पहली बार फिशिंग करने वाले या जल्दी करने की कोशिश करने वाले लोग कुछ सामान्य गलतियां कर बैठते हैं, जिनकी वजह से घंटों इंतजार करने के बाद भी कुछ हाथ नहीं लगता. ऐसे में जरूरी है कि मछली पकड़ते समय होने वाली 5 आम गलतियों को समझा जाए और उनसे बचने के उपाय भी जाने जाएं.
1. धैर्य खो देना और बार-बार चारा हिलाना
मछली पकड़ने का सबसे बड़ा नियम है सब्र. कई लोग बार-बार रॉड हिलाते हैं या चारा खींचते रहते हैं जिससे मछली सतर्क हो जाती है. अगर मछली को लगे कि चारा जिंदा है तो वह उसके करीब आती है. लेकिन जरूरत से ज्यादा हलचल से वह डरकर दूर भाग जाती है. ऐसे में सबसे अच्छा तरीका है कि आप लाइन को स्थिर रखें और कुछ मिनट रुकें. अगर तब भी कोई हलचल न हो तो धीरे से चारा दूसरी दिशा में ले जाएं.
2. तेज आवाज और हिलडुल से मछलियों को चौंकाना
मीडिया के एक रिपोर्ट के मुताबिक, मछलियां शांति पसंद करती हैं. तेज आवाज, हंसना, रेडियो की तेज धुन या बार-बार चलना इन सब चीजों से मछली डर जाती है. खासतौर पर जब आप किसी तालाब या नदी में दूसरों के साथ फिशिंग कर रहे हों तो और भी सतर्क रहें. इतना ही नहीं फुसफुसाहट में बातें करें और धीमे चलें. अगर आप हरकत कम करेंगे तो मछली आपके चारे के करीब आने लगेगी.
3. बॉबर और लाइन की गतिविधि न देखना
कई बार मछली चारे को हल्के से छूती है, लेकिन अगर आप ध्यान नहीं दे रहे हैं तो आपको पता ही नहीं चलेगा. ऐसे में फिशिंग करते समय आंखें हमेशा लाइन और बॉबर (मछली पकड़ने की युक्ति) पर रखें. जब भी बॉबर नीचे जाए या लाइन में हलचल हो तो यह संकेत हो सकता है कि मछली ने चारा पकड़ा है. ऐसे में जल्दबाजी में खींचने से बेहतर है कि आप थोड़ी देर रुकें और सही समय पर हल्का झटका दें.
4. गलत जगह पर देर तक टिके रहना
अगर आप 15–20 मिनट तक किसी जगह पर बैठने के बाद भी मछली नहीं पकड़ पाए हैं तो जगह बदल लें. कई बार लोग सोचते हैं कि थोड़ी देर और बैठते हैं. लेकिन मछलियों का मूवमेंट और लोकेशन मौसम, पानी के बहाव और धूप-छांव पर निर्भर करता है. ऐसे में एक अच्छी जगह खोजने के लिए थोड़ा चलना-फिरना भी जरूरी है.
5. चारा सही न चुनना या गंध का ध्यान न रखना
मछली चारे की गंध और बनावट पर बहुत ध्यान देती है. अगर चारा सड़ा हुआ है या उसमें प्राकृतिक गंध नहीं है तो मछली पास भी नहीं आएगी. बेहतर होगा कि आप ताजे कीड़े, ब्रेड या मसालेदार पेस्ट जैसे चारे का इस्तेमाल करें. साथ ही, चारे को उस जगह की मछलियों की पसंद के हिसाब से चुनना ज्यादा कारगर रहेगा.