Gold Rate Today: बीते कुछ दिनों में सोने के बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. 5 अक्टूबर को 24 कैरेट सोने का भाव अचानक बढ़कर 11,940 रुपये प्रति ग्राम तक पहुंच गया था, जिसने निवेशकों को चौंका दिया. यह उतार-चढ़ाव साफ दिखाता है कि फिलहाल गोल्ड मार्केट में अस्थिरता बरकरार है.
12 अक्टूबर के ताजा सोने के भाव
12 अक्टूबर 2025 को देशभर में सोने की कीमतें फिलहाल स्थिर हैं. 24 कैरेट सोना 12,508 रुपये प्रति ग्राम (यानी लगभग 1,25,080 रुपये प्रति 10 ग्राम) पर कारोबार कर रहा है. 22 कैरेट सोने की कीमत 11,465 रुपये प्रति ग्राम है, जबकि 18 कैरेट सोना 9,381 रुपये प्रति ग्राम बिक रहा है. पिछले दिन के मुकाबले इसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है.
अलग-अलग शहरों में सोने के रेट्स
भारत के प्रमुख शहरों में आज सोने की कीमतों में मामूली अंतर देखने को मिला:
- दिल्ली: 24 कैरेट सोना 12,523 रुपये प्रति ग्राम, 22 कैरेट 11,480 रुपये, और 18 कैरेट 9,396 रुपये प्रति ग्राम.
- मुंबई और कोलकाता: दोनों शहरों में 24 कैरेट सोने का भाव 12,508 रुपये, 22 कैरेट 11,465 रुपये और 18 कैरेट 9,381 रुपये प्रति ग्राम रहा.
- चेन्नई: यहां दाम थोड़े ज्यादा हैं — 24 कैरेट सोना 12,546 रुपये, 22 कैरेट 11,500 रुपये और 18 कैरेट 9,500 रुपये प्रति ग्राम.
- बेंगलुरु: यहां के रेट मुंबई और कोलकाता के समान हैं.
हालांकि कीमतों में ज्यादा फर्क नहीं है, लेकिन ट्रांसपोर्टेशन खर्च, लोकल टैक्स और क्षेत्रीय मांग-आपूर्ति जैसी वजहों से हल्के बदलाव देखने को मिलते हैं.
चांदी के दामों में भी तेजी
सोने के साथ-साथ चांदी के दाम भी इस समय चर्चा में हैं. फिलहाल चांदी का रेट 180 रुपये प्रति ग्राम और 1,80,000 रुपये प्रति किलोग्राम है. त्योहारों का सीजन शुरू होने से चांदी की मांग बढ़ी है, और अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी इसकी कीमतों में उछाल देखा जा रहा है.
क्यों हो रहा है इतना उतार-चढ़ाव?
सोना हमेशा से “सेफ हेवन” यानी सुरक्षित निवेश का प्रतीक रहा है. जब भी दुनिया में आर्थिक या राजनीतिक अनिश्चितता बढ़ती है, निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं. भारत में सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले मुख्य कारण हैं,
- रुपये और डॉलर की एक्सचेंज रेट,
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की स्पॉट कीमत,
- और घरेलू मांग, खासकर नवरात्रि और दीवाली जैसे त्योहारी सीजन में.
अभी सोने के दाम भले ही स्थिर हों, लेकिन बाजार का माहौल बदलता हुआ दिख रहा है. त्योहारों की बढ़ती मांग, अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक तनाव और डॉलर की स्थिति आने वाले दिनों में सोने और चांदी दोनों की कीमतों को फिर से ऊपर धकेल सकते हैं. निवेशकों के लिए यह समय सतर्क रहकर फैसले लेने का है.