देश के किसानों की खेती करने में कैसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई तरह की योजनाएं लेकर आती हैं. किसानों को आर्थिक मार न झेलनी पड़ी इसलिए सरकार उन्हें आर्थिक मदद भी मुहैया कराती है. किसानों को बैंक से आसानी से फसल लोन मिल कर और किसान आर्थिक तंगी की चिंता किए बिना फसलों का उत्पादन कर सकें, ये सुनिश्चित करने के लिए सरकार किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा देती है. जिसके तहत किसानों को 3 लाख तक का फसल लोन आसानी से मिल जाता है.
क्या है किसान क्रेडिट कार्ड
किसान क्रेडिट कार्ड केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई गई एक योजना है. जिसके तहत किसानों को एक कार्ड दिया जाता है. इस कार्ड की मदद से किसानों को बैंक से आसानी से खेती करने के लिए फसल लोन मिल जाता है.इसके अलावा खेती से जुड़े अन्य काम, घरेलू जरूरतों और अचानक से किसी आर्थिक जरूरत को पूरा करने में यह कार्ड अहम भूमिका निभाता है. इस कार्ड से मिलने वाले फसल लोन की खासियत है कि इस कार्ड के माध्यम से लिए गए लोन पर किसानों को कम दर पर ब्याज देना पड़ता है.
5 साल तक वैध होता है कार्ड
किसानों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की मदद से वे किन सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं. सबसे पहले ध्यान देने वाली बात ये है कि किसान क्रेडिट कार्ड 5 साल के लिए वैध होता है. 5 साल पूरे होने पर किसानों को कार्ड बनवाने के लिए फिर से आवेदन करना होगा. बता दें कि इस कार्ड की मदद से किसानों को फसल कटाई के बाद खर्च की सुविधा मिलती है और 3 साल तक किसी भी तरह की प्रोसेसिंग फीस नहीं लगती है.
ऐसे करें आवेदन
- किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के लिए आवेदन करने के लिए आपको अपनी नजदीकी बैंक शाखा पर जाना होगा.
- बैंक में कार्ड बनवाने के लिए जरूरी दस्तावेज और आवेदन पत्र भरकर जमा करना होगा.
- दस्तावेज में आपके पास पहचान पत्र, पते का प्रमाण पत्र, जमीन के मालिकाना हक के कागज और फसल पैटर्न होना चाहिए.
- बैंक आपके जमा किए हुए दस्तावेजों की और जमीन की जांच करने के बाद KCC जारी कर देगा.
- KCC बनवाने के लिए जरूरी है कि आप किसान हों और आपके पास खुद की जमीन हो.
- अगर आप काश्तकार या बटाईदार हैं तो भी आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.