तेलंगाना सरकार ने रायथु भरोसा योजना के तहत अब तक वानकालम फसल के लिए 67.01 लाख किसानों को 8,284.66 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी है. यह योजना राज्य के सभी 33 जिलों में लागू है और अब तक 138.08 लाख एकड़ जमीन को कवर किया गया है. किसानों को उनकी जमीन के आकार के अनुसार समय पर किस्तें दी जा रही हैं, जिससे छोटे, सीमांत और मध्यम किसानों को आर्थिक मदद मिल सके.
द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना सरकार ने रायथु भरोसा योजना के तहत किसानों को पैसे ट्रांसफर करने की प्रक्रिया 16 जून से शुरू की. पहले दिन दो एकड़ तक जमीन रखने वाले 41.25 लाख किसानों को 23.49 करोड़ रुपये सीधे उनके खातों में भेजे गए. इसके बाद, 17 जून से 21 जून तक तीन से नौ एकड़ जमीन वाले किसानों को राशि दी गई. 23 जून को 15 एकड़ तक जमीन रखने वाले किसानों को कवर किया गया, जिसमें 5.14 करोड़ रुपये की राशि 81,571 किसानों को दी गई.
62 लाख से ज्यादा किसानों को फायदा मिला
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सबसे बड़ी संख्या पांच एकड़ तक जमीन रखने वाले किसानों की रही, जिनमें 62 लाख से ज्यादा किसानों को फायदा मिला. वहीं, एक एकड़ तक जमीन रखने वाले करीब 24.22 लाख किसानों को 812.63 करोड़ रुपये की सहायता राशि मिली. यह जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों ने दी.
350 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि दी गई
रायथु भरोसा योजना के तहत सबसे ज्यादा भुगतान नलगोंडा जिले में हुआ, जहां 5.13 लाख किसानों को अब तक 679.19 करोड़ रुपये की सहायता दी गई है. खम्मम, नागरकर्नूल, सूर्यापेट और संगरेड्डी जैसे जिले भी टॉप पर रहे, जहां हर जिले में 350 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि किसानों को दी गई. यह योजना सिर्फ ग्रामीण इलाकों तक सीमित नहीं रही, बल्कि मेडचल-मलकाजगिरी और वारंगल वेस्ट जैसे शहरी और छोटे जिलों में भी किसानों को सहायता दी गई, जिससे योजना की समावेशिता दिखती है.
पट्टेदार किसानों को 147.95 करोड़ रुपये मिले
अचंपेट विधानसभा क्षेत्र सबसे आगे रहा, जहां 1.02 लाख पट्टेदार किसानों को 147.95 करोड़ रुपये मिले. इसके बाद आसिफाबाद, मक्तल, तुंगतुर्थी और जहीराबाद जैसे विधानसभा क्षेत्रों में भी हर एक को 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की सहायता दी गई. खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों को इस योजना से बड़ा फायदा पहुंचा है, जैसा कि योजना का लक्ष्य भी था.