देश में कृषि क्षेत्र का विस्तार करने और किसानों के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर लगातार काम करती रहती हैं. सरकार की तरफ से कई तरह की योजनाएं चलाई जाती हैं. आज के समय में कृषि क्षेत्र को आधुनिकता से जोड़कर खेती को और बेहतर बनाने की कोशिशों के चलते केंद्र सरकार की तरफ से कृषि यंत्रीकरण उप-मिशन (Sub-Mission on Agricultural Mechanization – SMAM) की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत किसानों को खेती के लिए वित्तीय सहायता के साथ रोजगार के भी अवसर दिए जाते हैं. इसके साथ ही इस योजना के तहत किसानों को आधुनिक तरीके से खेती करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है.
किसानों को दी जाती है वित्तीय सहायता
केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे कृषि यंत्रीकरण उप-मिशन के तहत किसानों को खेती से जुड़े आधुनिक उपकरणों को खरीदने के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है.ऐसे बहुत से किसान हैं जो कृषि क्षेत्र में व्यापार कर खुद को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाना चाहते हैं. इस मिशन का उद्देश्य खेती-किसानी से जुड़े ऐसे ही व्यापारियों को वित्तीय सहायता देना है ताकि ऐसे उद्यमी बिना किसी आर्थिक संकट के सफलता पूर्वक अपना व्यापार कर खुद को आर्थिक रूप से मजबूत बना सकें. इसके अलावा इस मिशन की मदद से किसानों को कृषि उपकरणों को खरीदने के लिए सब्सिडी भी दी जाती है.
आधुनिक खेती को बढ़ावा देने पर जोर
भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस मिशन के तहत किसानों को आधुनिक खेती करने के लिए बढ़ावा दिया जाता है. जिसके चलते किसानों को आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से खेती करने की ट्रेनिंग दी जाती है ताकि इन तकनीकों का इस्तेमाल कर फसलों की खेती कर उत्पादन बढ़ा सकें और उन्हें अपने उत्पादों का बाजार में सही कीमत मिल सके.
कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना
SMAM मिशन का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों तक आधुनिक कृषि उपकरणों और तकनीकों को पहुंचाना है. ऐसा इसलिए है क्योंकि छोटे किसानों के लिए अकसर महंगे कृषि उपकरणों को खरीद पाना मुश्किल होता है, ऐसे में सरकार की तरफ से इस तरह की मदद मिलना उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है. बता दें कि इस योजना के तहत कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC) और फार्म मशीनरी बैंकों की स्थापना को भी बढ़ावा मिलता है. ये सेंटर और बैंक किसानों को किरायो पर कृषि उपकरण उपलब्ध कराते हैं . साथ ही इस योजना के जरिए किसानों को आधुनिक मशीनों के संचालन और रख-रखाव की भी ट्रेनिंग दी जाती है.