कस्टम हायरिंग सेंटर से लें खेती की मॉडर्न मशीनें, कम पैसे में होगी कमाई वाली खेती

सीएचसी सेवा खास तौर पर छोटे किसानों के लिए शुरू की गई है. इन सेंटरों में किसानों को आधुनिक कृषि मशीनें कम दामों में किराए पर दी जाती है. जिससे किसान अपने खेत में आसानी से आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल करते हैं और इसके लिए उन्हें बहुत ज्यादा खर्चा भी नहीं करना पड़ता है.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 19 Jun, 2025 | 11:09 PM

देश में किसानों को आधुनिक खेती के लिए सरकार लगातार प्रेरित करती रहती और इसके लिए किसानों को कृषि से जुड़े हर तरह के आधुनिक उपकरण भी उपलब्ध कराती है वो भी काफी कम कीमतों पर. इसके साथ ही किसानों को खेती के आधुनिक तरीकों के बारे में ट्रेनिंग भी दी जाती है. आज बाजार में बहुत से आधुनिक कृषि उपकरण हैं लेकिन उन्हें खरीद पाना हर किसान के किए आसान नहीं है. इसीलिए सरकार की तरफ से सीएचसी यानी कस्टम हायरिंग सेंटर बनाए गए हैं, जहां किसानों को कम कीमतों पर आधुनिक मशीनें उपलब्ध करवाई जाती हैं.

क्या है सीएचसी

सीएचसी सेवा खास तौर पर छोटे किसानों के लिए शुरू की गई है. इन सेंटरों में किसानों को आधुनिक कृषि मशीनें कम दामों में किराए पर दी जाती है. जिससे किसान अपने खेत में आसानी से आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल करते हैं और इसके लिए उन्हें बहुत ज्यादा खर्चा भी नहीं करना पड़ता है. इस तरह से किसान कम लागत में आधुनिक खेती कर अपनी फसलों से अच्छी उपज हासिल करते हैं. इन सेंटरों से किसान अपनी जरूरत के हिसाब से कृषि से जुड़ी आधुनिक मशीनें घंटों या दिनों के हिसाब से किराए पर ले सकते हैं.

इस सेंटरों को बनाने का उद्देश्य

देशभर में सीएचसी बनाने का मुख्य उद्देशय है खेती में आधुनिक मशीनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देना. ताकि किसान इन आधुनिक मशीनों का इस्तेमाल कर अपनी खेती को बेहतर बना सकें. इन सेंटरों की मदद से किसान कम लागत में आधुनिक तरीकों अपनी फसलों की क्वालिटी को सुधार सकते हैं. क्योंकि इन सेंटरों से किसानों को समय पर मशीनें उपलब्ध हो जाती हैं इसलिए किसान अपनी फसलों की समय पर बुवाई , सिंचाई और कटाई कर सकते हैं.

CHC में मिलने वाली मशीनें

सीएचसी में किसानों को कई तरह की मशीनें आसानी से उपलब्ध होती है. इनमें बुवाई के लिए सीड ड्रिल, जीरो टिल मशीन, प्लांटर मशीनें, सिंचाई के लिए पंप सेट और पाइप लाइन, फसल कटाई के लिए हार्वेस्टर और रीपर बाइंडर, फसल की निराई-गुड़ाई के लिए रोटावेटर और पावर वीडर, उर्वरकों के छिड़काव के लिए बूम स्प्रेयर और बैकपैक स्प्रेयर मशीनें, खेती से पहले जमीन की तैयारी के लिए कल्टीवेटर, डिस्क हल और लेजर लैंड लेवलर जैसी मशीनें शामिल हैं.

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