आज के दौर में जब हर चीज 'स्मार्ट' और 'कंपीक्ट' हो रही है, Fort Sirio 4x4 एक बेहतरीन उदाहरण है कि किस तरह मशीनों को छोटी जगहों में काम करने के लिए डिजाइन किया जा सकता है. यह ट्रैक्टर न सिर्फ जगह की बचत करता है, बल्कि ईंधन की खपत भी कम करता है.
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के किसान डॉ. हरमीत सिंह ने एक अनोखा स्मार्ट रडार लाइट सिस्टम बनाया है, जो खेतों की रात में खुद-ब-खुद रखवाली करता है.
धान की खेती में अब किसानों को राहत देने वाली तकनीक आ गई है. यह एक ऐसी आधुनिक मशीन है, जो 8 मजदूरों के बराबर काम अकेले कर सकती है.
PAU द्वारा विकसित ट्रैक्टर-चालित स्मार्ट नर्सरी सीडर मशीन धान की खेती को आसान और किफायती बना रही है. यह मशीन 64–68 फीसदी लागत और 93–94 फीसदी मजदूरी बचाती है. इसकी कीमत 3.35 लाख रुपये हैं. मशीन पर 40 फीसदी सब्सिडी भी मिल रही है.
महिंद्रा अब सिर्फ पारंपरिक ट्रैक्टर नहीं बना रहा है. कंपनी इलेक्ट्रिक ट्रैक्टरों (e-Tractors) और AI आधारित स्मार्ट फार्मिंग तकनीकों की दिशा में भी काम कर रही है.
भारत में कटाई के बाद फसलों के खराब होने की बड़ी समस्या को सोलर ड्रायर तकनीक ने कम कर दिया है. यह तकनीक पर्यावरण के अनुकूल, कम लागत वाली और किसानों के लिए फायदे का सौदा बन गई है.