आपदा पीड़ितों को मुआवजा राशि घोषित, फसल नुकसान पर 15 हजार और पशुहानि पर 37500 रुपये मिलेंगे, देखें लिस्ट

बाढ़ और बारिश से फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को सहायता राशि देने की घोषणा कर दी गई है. फसलों के लिए प्रति एकड़, पशुहानि और घर-मकान क्षतिग्रस्त होने और घायलों के लिए अलग-अलग सहायता राशि तय की गई है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 9 Sep, 2025 | 03:26 PM

बाढ़ और बारिश से फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को सहायता राशि देने की घोषणा कर दी गई है. इसके अलावा पशु हानि के लिए पशुपालकों और मकान क्षतिग्रस्त होने पर ग्रामीणों को मिलने वाली सहायता राशि की भी घोषणा की गई है. हरियाणा के मुख्यमंत्री ने नायब सिंह सैनी ने आपदा पीड़ितों के लिए राशि देने का ऐलान किया है और हर तरह के नुकसान पर दी जाने वाली राशि भी तय कर दी है. मुख्यमंत्री ने बीते दिन कुरुक्षेत्र के गांवों का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया था.

राहत उपायों के लिए 3.26 करोड़ रुपये जारी

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बाढ़ बारिश से प्रभावित जिलों का दौरा करने के बाद कहा कि लोग इस समय गंभीर चुनौतियों से जूझ रहे हैं. उन्होने कहा कि प्रभावित किसी भी नागरिक को राहत से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने नुकसान पर सहायता राशि देने के मानक तय करते हुए सहायता राशि घोषित कर दी है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों के पास घर नहीं बचे हैं, उनके लिए राहत शिविर लगाए जा रहे हैं. राहत उपायों के लिए तत्काल 3.26 करोड़ रुपये सरकार ने जारी कर दिए हैं.

किसानों को फसल नुकसान के लिए 15 हजार रुपये मिलेंगे

फसलों के नुकसान के लिए प्रभावित किसानों को 15 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर तक खराब हुई फसल का मुआवजा मिलेगा. उन्होंने कहा कि अब तक 5,217 गांवों के दो लाख 53 हजार 440 किसानों ने 14 लाख 91 हजार 130 एकड़ खराब हुई फसलों का पंजीकरण करवाया है.

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पशु हानि पर 32 हजार रुपये मिलेंगे

पशुपालकों के लिए पशुधन की हानि की भरपाई के लिए पशुओं के हिसाब से अलग-अलग राशि जारी दी जाएगी. भैंस, गाय और ऊंटनी के लिए 37,500 रुपये प्रति पशु सहायता राशि दी जाएगी. भेड़, बकरी और सूआर के लिए 4000 रुपये प्रति पशु राहत राशि मिलेगी. घोड़ा, बैल की हानि पर पशुपालक को 32 हजार रुपये मिलेंगे और मुर्गी पालकों को 10 हजार रुपये तक की सहायता दी जाएगी.

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में हरे चारे की कमी हुई है, वहां सूखा चारा अन्य जिलों से मंगवाकर आपूर्ति की जाएगी.

फसल नुकसान की भरपाई के लिए आवेदन करें किसान

फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए किसानों से अपील की गई है कि वे ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए 15 सितंबर तक पोर्टल खुला रहेगा. तब तक किसान खराब हुई फसलों की पूरी जानकारी पोर्टल पर दे सकते हैं. राज्य सरकार उसके बाद मुआवजा वितरण का काम आरंभ करेगी.

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Published: 9 Sep, 2025 | 03:02 PM

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