Maharashtra News: किसानों की कर्ज माफी की मांग को लेकर महाराष्ट्र में किसानों के आंदोलन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. 27 अक्टूबर को अमरावती से नागपुर पहुंचने की हुंकार के साथ शुरू हुआ आंदोलन महाराष्ट्र सरकार के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. पूर्व विधायक और किसान-मजूदूर नेता बच्चू कडू के आह्वान पर हजारों की संख्या में किसान नागपुर जाने के ट्रैक्टर लेकर निकले थे, प्रशासन के रोके जाने पर किसानों ने हाइवे को अपना ठिकाना बना लिया है. वहीं, महाराष्ट्र में आरक्षण आंदोलन के बड़े नेता मनोज जरांगे ने भी किसानों के आंदोलन के समर्थन में एकजुट होने का आह्वान किया है. जबकि, शरद पवार गुट, किसान सभा का भी आंदोलन को समर्थन मिला है.
प्रशासन ने रोका तो किसानों ने हाईवे पर डेरा डाला
किसानों ने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ कर्जमाफी समेत अन्य मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है. 27 अक्टूबर को अमरावती में कई दर्जन ट्रैक्टर लेकर किसान जुटे और नागपुर तक ट्रैक्टर मार्च निकालने की हुंकार भरी. किसानों की आवाज बनकर उभरे बच्चू कड़ू के नेतृत्व में किसान एकजुट हुए हैं. किसान 28 अक्तूबर को नागपुर में बड़े आंदोलन के लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने किसानों को रोक लिया है, जिसके बाद किसानों ने हाईवे पर ही डेरा डाल दिया है. .
ठोस फैसला लेने तक सरकार के झांसे में नहीं आएंगे
महाराष्ट्र सरकार की ओर से किसानों की कर्ज माफी का वादा किए जाने के बाद भी अब तक किसानों को राहत नहीं दिए जाने पर नाराज किसानों ने सोमवार को ट्रैक्टर मार्च (Farmers Tractor March) निकाला है. पूर्व MLA बच्चू कडू ने किसानों के लोन माफ करने और दिव्यांग किसानों को 6 हजार रुपये मासिक भत्ता देने की मांग को लेकर नागपुर तक ट्रैक्टर मार्च निकाला. 29 अक्टूबर की शाम को बच्चू कडू को महाराष्ट्र प्रशासन की ओर से बातचीत का न्यौता दिया गया है. इस बच्चू कडू ने कहा कि अबकी बार वह सरकार के झांसे में नहीं आने वाले हैं. अगर सरकार की ओर से जल्द ठोस फैसला नहीं लिया जाता है आंदोलन बड़ा होगा.
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कर्जमाफी के लिए नागपुर जाते समय हाइवे पर जुटे किसान.
आंदोलन को मनोज जरांगे, शरद पवार, किसान सभा का समर्थन
पीटीआई के अनुसार प्रहार जनशक्ति पार्टी के चीफ और पूर्व MLA बच्चू कडू को मुख्यमंत्री ऑफिस से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, रेवेन्यू मिनिस्टर और 38 डिपार्टमेंट के सेक्रेटरी के साथ मीटिंग का न्योता मिला है. बच्चू कड़ू ने कहा है कि महाराष्ट्र के किसानों ने कर्ज माफी पर फैसला होने तक पीछे न हटने का फैसला किया है. वहीं, उनके आंदोलन को आरक्षण आंदोलन के बड़े नेता मनोज जरांगे का समर्थन मिला है. मनोज जरांगे ने मजदूरों किसानों को एकजुट होने का आह्वान किया है. इसके अलावा आंदोलन को एनसीपी (शरद पवार गुट), किसान सभा और राजू शेट्टी की पार्टी का समर्थन मिला है.

28 को नागपुर में होगा जुटान.
जून में सरकार के वादे पर खत्म की थी भूख हड़ताल
इससे पहले जून में प्रहार जनशक्ति पार्टी के प्रमुख बच्चू कडू ने 7 दिन तक तेओसा तालुका के गुरुकुंज मोजारी में भूख हड़ताल की थी. उस वक्त महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार किसानों का कर्ज माफ करने और दिव्यांगों के लिए मानदेय बढ़ाने की उनकी मांगों पर ध्यान देगी. लेकिन अब तक मामले पर सुनवाई नहीं होने से किसान नाराज हो गए हैं.