बाजार से दोगुना भाव पाकर मूंगफली किसानों में खुशी, उपज बेचने पहुंच रहे 25 हजार किसान

राजस्थान के सभी जिलों में खरीफ फसलों की खरीद की जा रही है. केंद्र सरकार की ओर से समर्थन मूल्य जारी करने के बाद सहकारिता विभाग एवं राजफैड की ओर से अलग अलग सरकारी खरीद केंद्रों को खोलकर तुलाई शुरू कर दी गई है और किसानों को खुले बाजार की तुलना में दोगुना भाव मिल रहा है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Published: 10 Dec, 2025 | 11:59 AM

निजी व्यापारियों और बाजार की तुलना में सरकारी खरीद में ज्यादा भाव पाकर मूंगफली किसानों में खुशी है. राजस्थान सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंगफल खरीद रही है. इस बार किसानों को बीते साल से ज्यादा एमएसपी भी दिया जा रहा है. 25 हजार किसानों ने उपज बिक्री के लिए आनन-फानन में रजिस्ट्रेशन कराया है.

फलौदी से 25 हजार किसान बिक्री कर रहे उपज

केंद्र सरकार की ओर से खरीफ फसलों का समर्थन मूल्य घोषित करने के बाद फलौदी जिले भर में किसानों की मूंगफली की फसल की तुलाई MSP पर की जा रही है. पिछले साल के मुकाबले इस साल सरकारी खरीफ केंद्रों पर किसान ज्यादा पंजीकृत हुए है. जिले भर में इस बार करीब 25 हजार किसान सरकारी खरीफ केंद्र पर अपनी मूंगफली फसल की तुलाई करवाएंगे. वहीं, पिछले वर्ष 2024-25 में फलौदी जिले के कुल 18 हजार किसानों ने ऑनलाइन पंजीयन करवाया था.

सरकारी खरीद केंद्रों की ओर बढ़ा किसानों का रुझान

राजस्थान के सभी जिलों में खरीफ फसलों की खरीद की जा रही है. फलौदी जिले भर में केंद्र सरकार की ओर से समर्थन मूल्य जारी करने के बाद सहकारिता विभाग एवं राजफैड की ओर से जिले भर में अलग अलग सरकारी खरीद केंद्रों खोलकर मूंगफली फसल की तुलाई की जा रही है. क्रय विक्रय समिति के जनरल मैनेजर तिलाराम ने बताया कि सरकारी खरीद केंद्रों पर किसानों को अपनी फसल का अच्छा दाम मिलने से जिले के किसानों का रुझान सरकारी खरीद केंद्रों की ओर बढ़ा है.

किसानों को बाजार से दोगुना भाव मिल रहा

पिछले वर्ष 2024-25 में केंद्र सरकार ने MSP पर 6783 रुपये प्रति क्विंटल मूंगफली की समर्थन मूल्य पर खरीदी की थी. लेकिन, इस वर्ष 2025-26 में केंद्र सरकार ने इसका समर्थन मूल्य बढ़ाकर 7263 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, जो पिछले वर्ष सरकारी खरीद केंद्र के मुकाबले किसानों को अपनी फसल का अधिक दाम मिल रहा है.

बाजार में किसानों को इस फसल के उनको 6500 रुपये प्रति किवटल मिल रहा है, जबकि सरकारी खरीद केंद्र पर बाजार से दो गुना अधिक भाव मिल रहा है. जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी नजर आ रही है.

क्रय केंद्र पर ट्रैक्टर से फसल लेकर पहुंच रहे किसान

केंद्र सरकार ने 2 माह पूर्व किसानों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए राजफैड से आवेदन मांगे थे. आवेदन शुरू होते ही 2 दिनों में अधिकांश सरकारी खरीद केंद्रों पर शत प्रतिशत आवेदन आ गए थे. इसके बाद राजफैड ने किसानों को ऑनलाइन मैसेज भेजकर नजदीकी सरकारी खरीद केंद्र पर फसल की तुलाई के लिए बुलाया, जिसके बाद किसान अपनी फसल को ट्रैक्टरों में भरकर सरकारी खरीद केंद्र पर लेकर जाकर अपनी अपनी फसल की तुलाई करवा रहे है.

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