Mother Dairy Price: देश में रोजमर्रा की जरूरतों को लेकर राहत भरी खबर सामने आई है. सरकार के हालिया जीएसटी सुधारों का सीधा फायदा अब ग्राहकों की जेब तक पहुंचने लगा है. खासतौर पर डेयरी प्रोडक्ट्स के शौकीनों के लिए यह खबर बेहद खुश करने वाली है. मदर डेयरी ने दूध, घी, पनीर और मक्खन जैसी जरूरी चीजों की कीमतों में बड़ी कटौती का ऐलान किया है. वहीं, अमूल ने भी दूध की कीमतों को लेकर महत्वपूर्ण अपडेट साझा किया है. आइए विस्तार से समझते हैं कि ये बदलाव आपकी रसोई और बजट दोनों पर कैसे असर डालेंगे.
मदर डेयरी ने घटाए दाम
सरकार के फैसले के बाद मदर डेयरी ने सबसे पहले ग्राहकों को राहत दी है. कंपनी ने अपने 1 लीटर टोंड यूएचटी (Ultra High Temperature) टेट्रा पैक दूध की कीमत 77 रुपये से घटाकर 75 रुपये कर दी है. 450 एमएल पैक अब 33 रुपये की बजाय 32 रुपये में मिलेगा. यही नहीं, फ्लेवर मिल्कशेक के 180 एमएल पैक की कीमत भी 30 रुपये से घटकर 28 रुपये हो गई है.
पनीर के दामों में भी अच्छी कटौती की गई है. अब 200 ग्राम पनीर 95 रुपये की जगह 92 रुपये में और 400 ग्राम पनीर 180 रुपये की जगह 174 रुपये में मिलेगा. मलाई पनीर का 200 ग्राम पैक भी 100 रुपये से घटकर 97 रुपये में बिकेगा. घी और मक्खन के दामों में भी राहत दी गई है. अब 500 ग्राम मक्खन 305 रुपये की बजाय 285 रुपये में और 1 लीटर घी का कार्टन पैक 675 रुपये की बजाय 645 रुपये में मिलेगा.
मदर डेयरी के प्रबंध निदेशक मनीष बंडलिश ने कहा, “जीएसटी दरों में कटौती उपभोक्ताओं के लिए सीधी राहत है. हम सरकार द्वारा दिए गए पूरे टैक्स लाभ को बिना किसी देरी के ग्राहकों तक पहुंचा रहे हैं. इससे पैक्ड फूड्स की खपत बढ़ेगी, किसानों की आमदनी में सुधार होगा और पूरी सप्लाई चेन को मजबूती मिलेगी.”
अमूल का बड़ा अपडेट
देश की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी अमूल ने भी ग्राहकों को अपनी पॉलिसी के बारे में जानकारी दी है. कंपनी ने साफ किया है कि पाउच दूध की कीमतों में कोई बदलाव नहीं होगा. अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर जयन मेहता ने बताया कि पाउच दूध पर पहले से ही जीएसटी शून्य प्रतिशत है, इसलिए इसमें किसी कटौती का सवाल ही नहीं है. हालांकि, लॉन्ग-लाइफ यूएचटी दूध के दाम जरूर घटेंगे, क्योंकि इस पर जीएसटी 5 फीसदी से घटाकर 0 फीसदी कर दिया गया है.
UHT दूध क्या है और क्यों फायदेमंद है?
यूएचटी यानी अल्ट्रा हाई टेम्परेचर दूध को 135 डिग्री सेल्सियस तक कुछ सेकंड के लिए गर्म किया जाता है, जिससे इसमें मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं. खास पैकिंग के कारण यह दूध कई महीने तक फ्रिज के बिना भी सुरक्षित रहता है. अब इस पर GST कम होने से लंबे समय तक सुरक्षित और पैक्ड दूध पीने वाले उपभोक्ताओं को सीधी राहत मिलेगी.
जीएसटी सुधार से मिली राहत
सरकार ने 3 सितंबर को “नेक्स्ट-जन जीएसटी रिफॉर्म” पेश करते हुए कई जरूरी वस्तुओं पर टैक्स दरों में बदलाव किया. पहले जहां दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स पर 5 फीसदी जीएसटी लगता था, अब नई व्यवस्था में कई उत्पादों को जीरो टैक्स स्लैब में शामिल कर दिया गया है. इसका सीधा असर यह हुआ कि पैक्ड दूध, घी और पनीर जैसी चीजों की कीमतें कम होने लगीं. जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में टैक्स स्लैब को सरल बनाया गया और कई वस्तुओं को 5 फीसदी और 18 फीसदी के दायरे में रखा गया. इससे रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजें पहले से सस्ती हो रही हैं और छोटे व्यापारियों को भी टैक्स भरने में आसानी होगी.
आम लोगों के लिए फायदे
नई जीएसटी दरों का सबसे बड़ा फायदा आम लोगों को होगा. दूध, पनीर और घी जैसी रोजमर्रा की चीजें सस्ती होने से घर का मासिक बजट हल्का होगा. बच्चों के लिए दूध और मिल्कशेक जैसी चीजें खरीदना आसान होगा. पनीर और मक्खन जैसे प्रोडक्ट्स की कीमतें कम होने से होटल, रेस्तरां और मिठाई बनाने वाले कारोबारियों को भी फायदा होगा. इससे बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और लंबे समय तक कीमतें स्थिर रह सकती हैं.