भारत में ट्रैक्टर बिक्री में तेजी, GST राहत और अच्छी बारिश ने बढ़ाया किसानों का उत्साह

ट्रैक्टर बिक्री में आई यह बढ़ोतरी बताती है कि ग्रामीण इलाकों में आय और भरोसा दोनों बढ़ रहे हैं. अच्छी बारिश से खरीफ फसलों की पैदावार अच्छी रहने की उम्मीद है, जिससे किसानों के पास नई मशीनों में निवेश करने की क्षमता बढ़ी है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 13 Sep, 2025 | 07:57 AM

भारत में खेती-किसानी से जुड़ी अच्छी खबर सामने आई है. अगस्त 2025 में ट्रैक्टरों की बिक्री में बड़ी छलांग दर्ज की गई है. अच्छी बारिश, खरीफ सीजन में जोरदार बुआई और गांवों में बढ़ती मांग के चलते ट्रैक्टर की डिमांड लगातार बढ़ रही है. यह रुझान न केवल किसानों के लिए राहत की बात है बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के मजबूत होने का संकेत भी दे रहा है.

अगस्त में रिकॉर्ड बिक्री

ट्रैक्टर एंड मेकनाइजेशन एसोसिएशन (TMA) के आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त 2025 में कुल 73,199 ट्रैक्टर बिके. पिछले साल अगस्त 2024 में यह आंकड़ा 54,733 यूनिट था. यानी ट्रैक्टर की बिक्री में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई. जुलाई 2025 की तुलना में भी मामूली बढ़त दर्ज की गई, जब 72,797 ट्रैक्टर बिके थे. यह लगातार तीसरा महीना है जब ट्रैक्टर बिक्री में बढ़ोतरी देखने को मिली है.

खरीफ सीजन और अच्छी बारिश का असर

businessline की रिपोर्ट के अनपसार, कृषि विशेषज्ञों इस बढ़त की सबसे बड़ी वजह खरीफ सीजन में अच्छी बुआई और समय पर हुई बारिश को मान रहे हैं. क्रिसिल रेटिंग्स की डायरेक्टर पूनम उपाध्याय का कहना है कि कम ब्याज दरों और सक्रिय खरीफ बुआई ने ट्रैक्टर की मांग को मजबूती दी है. इस बार मॉनसून सामान्य से बेहतर रहा, जिससे खेतों में नमी बनी रही और किसान नई मशीनों में निवेश करने के लिए उत्साहित हुए.

सरकार की मदद और त्योहारी सीजन से उम्मीद

महिंद्रा एंड महिंद्रा के फार्म इक्विपमेंट बिजनेस के प्रेसिडेंट वी. नकरा ने कहा कि सामान्य से ज्यादा बारिश और जलाशयों में बेहतर जलस्तर आने वाले रबी सीजन के लिए भी शुभ संकेत हैं. हालांकि सितंबर में ज्यादा बारिश से खरीफ फसल की कटाई पर असर पड़ सकता है, लेकिन यह स्थिति संभाली जा सकती है. उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से मिलने वाली वित्तीय योजनाएं और सब्सिडी, आने वाले त्योहारों के मौसम में ट्रैक्टरों की मांग को और बढ़ावा दे सकती हैं.

खेती में बढ़ रही मशीनों की भूमिका

सीएनएच इंडिया के प्रेसीडेंट और एमडी नरेंद्र मित्तल का कहना है कि ट्रैक्टर बिक्री में लगातार बढ़ोतरी इस बात का संकेत है कि भारत में खेती तेजी से मशीनीकरण की ओर बढ़ रही है. बेहतर मॉनसून, ज्यादा बुआई क्षेत्र और सरकार की योजनाओं ने किसानों को नई तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित किया है. इससे खेती में उत्पादकता, समय की बचत और लागत कम करने में मदद मिल रही है. उन्होंने कहा कि यह मौका भारत को न केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करने में बल्कि ट्रैक्टर निर्यात के वैश्विक केंद्र के रूप में भी स्थापित कर सकता है.

जीएसटी में राहत से उद्योग को बढ़ावा

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार, हालिया जीएसटी रीसेट घरेलू ट्रैक्टर उद्योग को और फायदा पहुंचाएगा. खेती के औजारों पर जीएसटी में कटौती से संगठित कंपनियों को बढ़त मिलेगी और ट्रैक्टर की बिक्री लंबे समय तक मजबूत रह सकती है.

किसानों और अर्थव्यवस्था के लिए संकेत

ट्रैक्टर बिक्री में आई यह बढ़ोतरी बताती है कि ग्रामीण इलाकों में आय और भरोसा दोनों बढ़ रहे हैं. अच्छी बारिश से खरीफ फसलों की पैदावार अच्छी रहने की उम्मीद है, जिससे किसानों के पास नई मशीनों में निवेश करने की क्षमता बढ़ी है. अगर आने वाले महीनों में रबी सीजन भी बेहतर रहा, तो यह रुझान न केवल किसानों बल्कि पूरे कृषि उपकरण उद्योग के लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है.

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