Rabi crops : उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के किसानों के लिए खुशखबरी आई है. इस बार रबी सीजन में खेती करने वालों को बड़ा तोहफा मिला है. कृषि विभाग ने किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीजों पर 50 प्रतिशत सब्सिडी देने की घोषणा की है. यानी अब किसान गेहूं, मसूर, सरसों या चना जैसी फसल के बीज आधी कीमत में खरीद सकेंगे. इससे किसानों को खेती की लागत घटेगी और पैदावार में बढ़ोतरी होगी.
किसानों के लिए सुनहरा मौका
कृषि विभाग की ओर से इस योजना के तहत सात प्रमुख रबी फसलों-गेहूं, सरसों, चना, मसूर, मटर, जौ और अलसी- के बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इन सभी बीजों को प्रमाणित और उन्नत गुणवत्ता का बताया गया है. विभाग का कहना है कि इन बीजों के इस्तेमाल से फसल की पैदावार में 20 से 25 प्रतिशत तक वृद्धि संभव है. किसानों को इस बार खास राहत यह है कि उन्हें अब पूरी कीमत पहले नहीं देनी होगी. पहले किसानों को पूरा पैसा देना पड़ता था और सब्सिडी बाद में खाते में आती थी, लेकिन अब बीज केंद्र पर ही सब्सिडी घटाकर भुगतान किया जा सकेगा. यानी किसान को तुरंत राहत मिलेगी और जेब पर बोझ भी कम पड़ेगा.
बीज खरीदना हुआ आसान
कृषि विभाग ने कहा है कि सभी सरकारी बीज केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध हैं. किसान अपने नजदीकी केंद्र पर जाकर आसानी से बीज खरीद सकते हैं. इसके लिए उन्हें सिर्फ पहचान पत्र और भूमि संबंधी कागजात लेकर जाना होगा. विभाग ने जल्दी आओ, जल्दी पाओ अभियान भी शुरू किया है, ताकि सभी किसानों को समय पर बीज मिल सके. क्योंकि बाद में बीज की कमी या देरी से बुवाई में दिक्कतें आ सकती हैं.
लागत घटेगी, मुनाफा बढ़ेगा
किसानों के लिए यह योजना आर्थिक रूप से काफी फायदेमंद साबित होगी. आधी कीमत में बीज मिलने से खेती की लागत कम होगी, जिससे किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं. कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इन उन्नत बीजों से न सिर्फ उपज बढ़ेगी बल्कि फसल की गुणवत्ता भी बेहतर होगी. बीजों को खास तरीके से तैयार किया गया है ताकि वे मौसमी बदलाव और रोगों से अधिक सुरक्षित रहें.
बढ़ेगी रबी सीजन की पैदावार
कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि रबी सीजन में बेहतर बीज का चयन फसल उत्पादन की दिशा बदल सकता है. अच्छे बीज मिट्टी की उर्वरता का पूरा लाभ उठाने में सक्षम होते हैं. कन्नौज जिले के कई किसानों ने बताया कि पिछले साल सामान्य बीज से उन्हें सीमित उत्पादन हुआ था, लेकिन इस बार वे विभागीय बीज लेने की योजना बना रहे हैं. उनका कहना है कि यदि बीज गुणवत्ता वाले मिलें तो उत्पादन में निश्चित रूप से बढ़ोतरी होगी.
किसानों के चेहरे पर राहत और उम्मीद
इस पहल से कन्नौज के किसानों में उत्साह दिख रहा है. किसान संगठनों का कहना है कि अगर इस तरह की योजनाएं नियमित रूप से चलती रहीं, तो किसानों की आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार हो सकता है. विभाग ने भी आश्वासन दिया है कि किसी किसान को बीज की कमी नहीं होगी और वितरण की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रखी जाएगी. कृषि विभाग की यह योजना न सिर्फ एक राहत का पैकेज है बल्कि किसानों की समृद्धि की नई शुरुआत भी है. अब किसान आधी कीमत में बीज लेकर अपनी मेहनत को दोगुने मुनाफे में बदल सकेंगे.