अब पूरे साल होगी फूलगोभी की खेती, इन बातों का रखें ध्‍यान 

फूलगोभी की खेती में रासायनिक खाद की बजाय ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल फसल की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है और तेज गर्मी से होने वाले नुकसान को भी कम करता है.

Kisan India
Noida | Published: 2 Apr, 2025 | 08:07 AM

फूलगोभी का नाम सुनते ही कई लोगों के मुंह में पानी आ जाता है. खासकर सर्दियों में यह सब्‍जी खाने का आनंद ही अलग होता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि गर्मियों में भी फूलगोभी का स्वाद लिया जा सकता है?  दरअसल, बिहार की एक हॉर्टीकल्‍चर यूनिवर्सिटी ने फूलगोभी की ऐसी किस्‍म तैयार की है, जिसे गर्मी में भी उगाया जा सकता है. अब किसान पूरे साल फूलगोभी की खेती करके शानदार मुनाफा कमा सकते हैं.

अब हर मौसम में मिलेगा स्वाद

आमतौर पर फूलगोभी की खेती सर्दियों के मौसम तक सीमित होती थी. लेकिन अब नालंदा स्थित कृषि उद्यान महाविद्यालय द्वारा विकसित की गई फूलगोभी की एक नई किस्‍म के बाद, किसान अब अप्रैल में भी इसकी नर्सरी तैयार कर सकते हैं. इसका मतलब यह हुआ कि अब किसान पूरे साल फूलगोभी की खेती कर सकते हैं. इस नई किस्‍म की खोज ने खेती के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है, जिससे किसानों को अतिरिक्त फायदा होगा.

गर्मी में भी फूलगोभी

फूलगोभी की खेती में मुनाफा उसके फूलों की गुणवत्ता और साइज पर निर्भर करता है. इसके अलावा, यह भी जरूरी है कि फूलगोभी में कीड़े न लगें. अच्छे बीज और सही देखभाल से किसान अपनी आय को बेहतर बना सकते हैं. अब पहले की तरह केवल सर्दी में नहीं, बल्कि गर्मी में भी फूलगोभी उगाकर अच्छी कमाई की जा सकती है.

खेती की आसान प्रक्रिया

अगर आप भी फूलगोभी की खेती करना चाहते हैं तो अप्रैल में नर्सरी तैयार करना अच्छा रहेगा, जो मई में पहली उपज देगी. फिर, दूसरी नर्सरी जुलाई में तैयार की जा सकती है और अक्‍टूबर तक दूसरी फसल तैयार हो जाएगी. इस तरह से सालभर फूलगोभी की पैदावार ली जा सकती है.

इस नई किस्‍म की खेती के लिए, जुलाई से पहले खेत में 0.1 एकड़ जमीन पर गोबर या ऑर्गेनिक खाद का उपयोग करें. इसके बाद जुताई करें और फिर बुवाई करें. ध्यान रखें कि मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 6.5 के बीच होना चाहिए.

सिंचाई और देखभाल

फूलगोभी की बुवाई के बाद हर दो से तीन दिन में सिंचाई जरूरी है. लेकिन गर्मी में इस बात का ध्यान रखें कि तेज गर्मी से फूलों को नुकसान न पहुंचे. फूलगोभी की खेती में लाइन द्वारा बुवाई की जाती है, और हर लाइन के बीच 45 सेंटीमीटर की दूरी होनी चाहिए. हर पौधे के बीच भी इतनी ही दूरी होनी चाहिए.

ऑर्गेनिक खाद का करें उपयोग

फूलगोभी की खेती में रासायनिक खाद की बजाय ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल फसल की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है और तेज गर्मी से होने वाले नुकसान को भी कम करता है. खासतौर पर यूरिका खाद का प्रयोग न करें, क्योंकि यह फूलगोभी के लिए नुकसानकारी हो सकता है.

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