सर्दी में मुर्गी पालन बना बड़ी चुनौती, सही तापमान रखेंगे तो बढ़ेगा तेजी से वजन

सर्दियों में तापमान गिरते ही मुर्गियों की सेहत पर असर पड़ता है और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में फार्म को गर्म रखना, साफ-सफाई बनाए रखना और पौष्टिक चारा देना बहुत जरूरी है. सही देखभाल से नुकसान कम होता है और वजन तेजी से बढ़कर मुनाफा भी बढ़ जाता है.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 3 Dec, 2025 | 07:22 PM

Poultry Farming : सुबह की घनी धुंध और तेज ठंड में जैसे इंसान कांपते हैं, वैसे ही मुर्गियां भी जल्दी बीमार पड़ जाती हैं. तापमान गिरते ही उनका खाना कम हो जाता है, वजन रुक जाता है और किसानों का खर्च बढ़ने लगता है. लेकिन अगर फार्म को तिरपाल से ढककर गर्म रखा जाए, फर्श सूखा रखा जाए और मुर्गियों को गुनगुना पानी व पौष्टिक चारा दिया जाए, तो ठंड कोई खतरा नहीं बनती. सही देखभाल से बीमारियां कम होती हैं, वजन तेजी से बढ़ता है और यही सर्दी किसानों के लिए अच्छे मुनाफे का मौका बन जाती है.

ठंड क्यों बन जाती है मुर्गियों की सबसे बड़ी दुश्मन?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सर्दियों में अचानक गिरता तापमान मुर्गियों के शरीर  पर सीधा असर डालता है. कम तापमान की वजह से वे खाना कम खाती हैं, पानी कम पीती हैं और बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है. इससे उनकी ग्रोथ रुक जाती है और वजन नहीं बढ़ता. कई बार ठंड इतनी बढ़ जाती है कि मुर्गियों में मौत तक का खतरा पैदा हो जाता है. यही कारण है कि इस मौसम में फार्म का तापमान संभालना सबसे जरूरी होता है.

फार्म को गर्म रखने के आसान और किफायती उपाय

ठंड से बचाने के लिए फार्म को बाहर से अच्छी तरह ढकना जरूरी है. तिरपाल, बोरी या कोई भी मोटा कपड़ा ठंड को अंदर आने से रोक देता है. इसके साथ ही अंदर हल्की रोशनी या हीट लैंप लगाकर करीब 32-35 डिग्री तापमान बनाए रखना चाहिए. फर्श पर सूखी भूसी या लकड़ी का बुरादा बिछा देने से नमी कम रहती है और मुर्गियां आराम  महसूस करती हैं. गुनगुना पानी देने से उनके शरीर में गर्माहट बनी रहती है और खाना पचाने में भी आसानी होती है. यह छोटे-छोटे उपाय पूरी फ्लॉक को स्वस्थ रखने में बड़ी मदद करते हैं.

सही खाना और साफ-सफाई से बढ़ेगा वजन, घटेगा नुकसान

सर्दियों में पौष्टिक चारे  का बहुत बड़ा रोल होता है. प्रोटीन और विटामिन से भरपूर फीड मुर्गियों को ताकत देता है और वजन तेजी से बढ़ाता है. साफ-सफाई पर ध्यान देना भी जरूरी है, क्योंकि नमी बढ़ने पर बीमारियां फैलने की आशंका बढ़ जाती है. अगर फार्म में समय-समय पर हवा का आदान-प्रदान हो, पानी साफ मिले और चारे की गुणवत्ता बढ़िया हो, तो मुर्गियां जल्दी बीमार नहीं पड़तीं. इससे फार्म का नुकसान घटता है और कम समय में ज्यादा कमाई संभव होती है.

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Published: 3 Dec, 2025 | 07:22 PM

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