सरकार दे रही सब्सिडी! खेतों की मेड़ पर इन पौधों को लगाकर कमाएं लाखों

इस योजना के तहत किसानों को शहतूत के पौधे, उन्नत ट्रेनिंग और सरकारी सब्सिडी दी जाती है, ताकि किसान रेशम कीट पालन (सेरीकल्चर) को अपनाकर बेहतर आमदनी कमा सकें.

Kisan India
Noida | Published: 17 Mar, 2025 | 11:50 AM

भारत में किसानों की आय बढ़ाने और रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने सिल्क समग्र-2 योजना शुरू की है. इस योजना के तहत किसानों को शहतूत के पौधे, उन्नत ट्रेनिंग और सरकारी सब्सिडी दी जाती है, ताकि किसान रेशम कीट पालन (सेरीकल्चर) को अपनाकर बेहतर आमदनी कमा सकें. सरकार का यह कदम न केवल रेशम उद्योग को मजबूत करेगा, बल्कि किसानों के लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का सुनहरा मौका भी देगा.

क्या है सिल्क समग्र-2 योजना?

सिल्क समग्र-2 योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को रेशम उत्पादन से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना है. इसके तहत किसानों को शहतूत के पौधे उपलब्ध कराए जाते हैं, क्योंकि इन्हीं के पत्तों पर रेशम के कीट पलते हैं. इसके अलावा, सरकार किसानों को आधुनिक तकनीकों की ट्रेनिंग देती है, जिससे वे रेशम पालन के नए और उन्नत तरीकों को सीख सकें. इसके साथ ही विभिन्न स्तरों पर सब्सिडी भी दी जा रही है.

किन किसानों को मिलेगा फायदा?

इस योजना का लाभ वही किसान ले सकते हैं, जिनके पास कम से कम आधा एकड़ कृषि भूमि हो. अगर किसी किसान के पास अधिक जमीन है, तो वह खेतों की मेड़ (किनारे) पर भी शहतूत के पौधे लगा सकता है. एक किसान अधिकतम दो एकड़ तक इस योजना के तहत पौधे लगा सकता है.

 6 तरह की सब्सिडी

सरकार किसानों को छह अलग-अलग स्तरों पर सब्सिडी दे रही है, जिससे वे कम लागत में अधिक लाभ कमा सकें. ये सब्सिडी पौधारोपण, सिंचाई सुविधा, कीट पालन गृह निर्माण, कीट पालन उपकरण, विशुद्धीकरण और आधुनिक प्रशिक्षण के रूप में दी जाती है.

कैसे मिलेगी सब्सिडी?

सरकार किसानों को शहतूत के पौधे लगाने के बाद सब्सिडी देती है. सबसे पहले अधिकारी यह जांचते हैं कि पौधे जीवित और स्वस्थ हैं या नहीं. यदि पौधे सही स्थिति में होते हैं, तो किसानों को 5,175 रुपये की दो किस्तों में सब्सिडी दी जाती है. इसके अलावा, कीट पालन गृह निर्माण के लिए 55,500 रुपये और कीट पालन उपकरणों के लिए 27,000 रुपये की सहायता दी जाती है. इसके साथ ही, सिंचाई सुविधा और अन्य जरूरी उपकरणों के लिए भी आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जाती है.

करें अतिरिक्त कमाई?

अगर आप रेशम पालन से ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो इसे अन्य फसलों के साथ मिलाकर किया जा सकता है. आधे एकड़ भूमि में लगभग 600 शहतूत के पौधे लगाए जा सकते हैं, जो रेशम कीटों के लिए जरूरी भोजन प्रदान करते हैं. जिन किसानों के पास अधिक जमीन है, वे शहतूत के पौधों के बीच मौसमी सब्जियों की खेती कर सकते हैं. इससे न केवल उनकी अतिरिक्त आय होगी, बल्कि जमीन का बेहतर उपयोग भी हो सकेगा.

इसके अलावा, सरकार किसानों को मैसूर और पश्चिम बंगाल में अंतरराष्ट्रीय स्तर का ट्रेनिंग भी देती है. इस ट्रेनिंग के माध्यम से किसान आधुनिक और उन्नत तकनीकों को सीख सकते हैं, जिससे वे बेहतर गुणवत्ता का रेशम उत्पादन कर अधिक लाभ कमा सकते हैं.

कैसे करें आवेदन?

अगर आप सिल्क समग्र-2 योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं, तो आपको कपड़ा मंत्रालय या केंद्रीय रेशम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा. वहां आपको योजना से जुड़ी सभी जानकारी, पात्रता शर्तें और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी.

आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज:
-आधार कार्ड
-बैंक पासबुक
-खेती से जुड़े दस्तावेज
अधिक जानकारी और सहायता के लिए किसान अपने नजदीकी रेशम विभाग कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं. वहां से उन्हें योजना की पूरी जानकारी और आवेदन प्रक्रिया में सहायता मिलेगी.

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