अब बाजार नहीं घर में उगाएं पपीता, कम खर्च उठाएं केमिकल-फ्री फ्रूट का लुफ्त
आजकल लोग शुद्ध और केमिकल-फ्री फल खाना चाहते हैं. ऐसे में किचन गार्डन एक बेहतर विकल्प बन रहा है. पपीता ऐसा फल है जिसे बालकनी या गमले में आसानी से उगाया जा सकता है. सही धूप और देखभाल से यह पौधा कुछ महीनों में फल देने लगता है.
Papaya Farming : आज के समय में लोग शुद्ध और केमिकल-फ्री फल खाना चाहते हैं, लेकिन बाजार में मिलने वाले फलों पर भरोसा करना मुश्किल हो गया है. ऐसे में किचन गार्डन का चलन तेजी से बढ़ रहा है. अच्छी बात यह है कि अब पपीता जैसे पौष्टिक फल को भी आप आसानी से बालकनी या गमले में उगा सकते हैं. सही देखभाल के साथ पपीते का पौधा 8 से 10 महीनों में फल देने लगता है और यह सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.
क्यों खास है पपीता और क्यों उगाएं घर पर
पपीता स्वाद के साथ-साथ सेहत का भी खजाना माना जाता है. इसमें विटामिन-C, विटामिन-A और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो पाचन तंत्र को मजबूत करता है और इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है. रोजमर्रा की छोटी-मोटी बीमारियों से बचाव में भी पपीता फायदेमंद माना जाता है. घर पर उगाया गया पपीता पूरी तरह केमिकल-फ्री होता है, जिससे इसका स्वाद और पोषण दोनों बेहतर मिलते हैं.
घर पर पपीता उगाने का आसान तरीका
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घर पर पपीता उगाने के लिए किसी खास किस्म के बीज की जरूरत नहीं होती. बाजार से लाया गया एक अच्छी तरह पका पपीता ही काफी है. उसके बीज निकालकर 1-2 दिन पानी में भिगो दें, ताकि बीजों की ऊपरी परत हट जाए. इसके बाद बीजों को धोकर छांव में सुखा लें. यही बीज नए पौधे के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
मिट्टी, गमला और धूप का रखें ध्यान
पपीते के लिए हल्की और अच्छी जल-निकासी वाली मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है. गमले या ट्रे में मिट्टी भरकर करीब 4 इंच गहराई में 2-3 बीज बोएं. इससे अंकुरण अच्छा होता है. पपीते का पौधा धूप पसंद करता है, इसलिए गमले को ऐसी जगह रखें जहां रोजाना कम से कम 5-6 घंटे तेज धूप मिले. मिट्टी को हल्का नम रखें, लेकिन पानी जमा न होने दें, वरना पौधा खराब हो सकता है.
देखभाल और फल आने का समय
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 2-3 हफ्तों में बीज अंकुरित हो जाते हैं. जब पौधा 5-6 इंच का हो जाए, तो उसे बड़े गमले या जमीन में शिफ्ट कर देना चाहिए, ताकि जड़ें अच्छे से फैल सकें. समय-समय पर हल्की खाद देना और नियमित पानी देना जरूरी है. खास बात यह है कि पपीते के पौधे को ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती. सही धूप, पानी और थोड़ी-सी देखरेख से इसमें रोग लगने की संभावना भी कम रहती है.
सही तरीके से देखभाल की जाए तो पपीते का पौधा 8-10 महीनों में फल देने लगता है. घर में उगा ताजा पपीता न सिर्फ स्वाद में बेहतर होता है, बल्कि सेहत के लिए भी ज्यादा फायदेमंद साबित होता है. बालकनी में उगा यह पौधा हरियाली के साथ-साथ आपकी सेहत का भी पूरा ध्यान रखता है.