पपीते को दीमक से बचाना अब आसान, किसान जरूर जानें ये उपाय

दीमक से बचाव के लिए पेड़ के नीचे की जगह को साफ-सुथरा रखना जरूरी है. पेड़ के आसपास कूड़ा-करकट न जमा होने दें और मिट्टी की जल निकासी अच्छी रखें. यह दीमक के आवास बनने से रोकता है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 18 Jun, 2025 | 01:00 PM

पपीता उगाने वाले किसानों के लिए दीमक (Termite) एक बड़ी समस्या बन सकती है. ये छोटे कीड़े पपीते के पेड़ को नुकसान पहुंचाकर फसल की पैदावार कम कर सकते हैं. इसलिए पपीते के पेड़ों में दीमक नियंत्रण बेहद जरूरी होता है ताकि पेड़ स्वस्थ रहे और अच्छी उपज मिल सके. तो चलिए जानते हैं पपीते की फसल को दीमक से बचाने के कुछ आसान उपाय.

दीमक की पहचान कैसे करें?

किसान सबसे पहले अपने पपीते के पेड़ों की नियमित जांच करें. पेड़ के तने में खोखले हिस्से, पत्तियों में छोटे-छोटे छेद या पेड़ के नीचे आटे जैसे पदार्थ (जो दीमक के निशान होते हैं) दिखें तो समझ जाएं कि दीमक सक्रिय है. ऐसे संकेत मिलने पर तुरंत कदम उठाना जरूरी होता है ताकि नुकसान बढ़ने से रोका जा सके.

दीमक नियंत्रण के तरीके

1. रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग
दीमक को खत्म करने के लिए रासायनिक कीटनाशक प्रभावी होते हैं. बाजार में कई प्रकार के कीटनाशक उपलब्ध हैं जो दीमक को मारने में मदद करते हैं. इन्हें इस्तेमाल करते समय लेबल पर दिए गए निर्देशों का पालन करें और खुद को रसायनों से सुरक्षित रखें.

2. जैविक नियंत्रण
रासायनिक कीटनाशकों के अलावा प्राकृतिक तरीके भी अपनाए जा सकते हैं. जैसे कि दीमक के प्राकृतिक दुश्मन परजीवी नमैटोड्स या कवक को पेड़ के आसपास की मिट्टी में डालना. यह तरीका पर्यावरण के लिए सुरक्षित होता है और दीमक की संख्या को नियंत्रित करने में मदद करता है.

3. रोकथाम के उपाय
दीमक से बचाव के लिए पेड़ के नीचे की जगह को साफ-सुथरा रखना जरूरी है. पेड़ के आसपास कूड़ा-करकट न जमा होने दें और मिट्टी की जल निकासी अच्छी रखें. यह दीमक के आवास बनने से रोकता है.

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