खेती से किसानों की कमाई बढ़ाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार हिम कृषि उन्नति योजना चला रही है. इस योजना के तहत राज्यभर में जलवायु अनुकूल खेती के लिए क्लस्टर बनाए जा रहे हैं. राज्य सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 2600 क्लस्टर बनाने का टारगेट रखा है. इसके जरिए किसानों को वहां जलवायु अनुकूल फसलों की खेती के लिए बेहतर बीज, खाद और उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं. कांगड़ा जिले में 37 क्लस्टर बनाकर किसानों को खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
हिमाचल प्रदेश सरकार हिम उन्नति योजना के जरिए कृषि और पशुपालन को बढ़ावा दे रही है. इस योजना के तहत कृषि और उससे जुड़े क्षेत्र के समेकित विकास के लिए न्यूनतम 40 बीघा खेती योग्य क्षेत्र वाले 1239 क्लस्टर्स की पहचान की गई है. इस योजना के तहत यानी कृषि विभाग को 1200, प्राकृतिक खेती यूनिट 1100 के जिरए कुल 2600 क्लस्टर तैयार करने का टारगेट है.
चालू वित वर्ष में योजना के लिए 25 करोड़ रुपये से अधिक का बजट रखा गया है. इस योजना के तहत राज्य के सभी जिलों को कवर किया जा रहा है. अब तक 286 कलस्टरों को चिन्हित किया गया है, जिनमें से 186 क्लस्टरों में खरीफ 2023 सीजन से खेती शुरू हो चुकी है. अब कांगड़ा जिले समेत अन्य जिलों में भी जलवायु अनुकूल फसलों की खेती के लिए क्लस्टर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
कांगड़ा में 37 क्लस्टर बनाने की शुरूआत
हिमाचल प्रदेश कृषि विभाग के अनुसार कांगड़ा जिले में 37 क्लस्टर बनाने की शुरूआत की गई है. यहां की जलवायु सब्जियों की खेती के लिए अनुकूल है. इसलिए किसानों को सब्जियों की उन्नत किस्मों के बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं. कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से कृषि विभाग के माध्यम से चलाई जा रही हिम कृषि योजना एक ऐसी योजना है जिसमें किसानों की कृषि से जुड़ी उन समस्याओं का भी हल किया जायेगा जिनके लिए कृषि विभाग की अन्य योजनाओं में प्रावधान नहीं है.
किसानों को बीज, कृषि उपकरण दिए जा रहे
उपायुक्त हेम राज बैरवा ने कहा कि हिम कृषि योजना के तहत कांगड़ा जिले के हर एक विकास खंड में लगभग 40 बीघा क्षेत्रफल के 2-3 क्लस्टर चयनित किये गए हैं. उन्होंने कहा कि इस योजना के दिशा निर्देशों के अनुसार हिमकृषि योजना के अंतर्गत जिला कांगड़ा में 37 क्लस्टर चयनित किये गए हैं. इसमें किसानों की जरूरत के अनुसार बीज, कृषि उपकरण आदि उपलब्ध करवाए जायेंगे, ताकि उस क्लस्टर में फसल विविधीकरण मुख्यता सब्जियों की खेती को बढ़ावा दिया जाये और किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सके.
रबी सीजन की फसलों की तैयारियां शुरू
हिम कृषि योजना के तहत जिला कांगड़ा में इस वर्ष 235.44 लाख रुपये खर्च करने के लिए वार्षिक कार्य योजना को मंजूरी दी गई है. स्थानीय किसानों को अलग-अलग तरह की सब्जियों की खेती के लिए बीज दिए जाएंगे. रबी सीजन में सब्जियों का उत्पादन कांगड़ा इलाके में खूब होता है. यहां प्रदेश भर को सब्जियों की सप्लाई की जाती है.