फसलों की तुड़ाई के बाद स्टोरेज से पहले किसानों के सामने अनाज की सफाई की चुनौती होती है. कई बार धूल, पत्थर, लकड़ी के टुकड़ों और बीजों के अवशेष के कारण अनाज में गंदगी रह जाती है. इन अनाजों की सफाई करना किसानों के लिए मुश्किल होता है क्योंकि इसमें बारीकी से काम करने की जरूरत होती है. आज किसानों की सहूलियत के लिए ऐसी बहुत सी मशीनें बाजार में आ गई हैं जिनकी मदद से किसानों के लिए अनाज की सफाई करना आसान हो गया है. ऐसी ही एक मशीन है ग्रेन क्लीनर , खबर में आगे बात करेंगे कि क्या है ग्रेन क्लीनर के फायदे.
ग्रेन क्लीनर के फायदे
ग्रेन क्लीनर की मदद से अनाज से धूल, भूसी , पत्थर, कीड़े, फफूंद हटाने में आसानी होती है. जिसके कारण अनाज की क्वालिटी बनी रहती है. इस मशीन में कीटों और रोगों को रोकने की भी क्षमता होती है, जिससे अनाज में कीट और रोग लगने के आसार कम हो जाते हैं. इसके अलावा साफ-सुथरे अनाज को स्टोर करना भी बेहद आसान होता है और इनकी शेल्फ लाइफ भी लंबी होती है. साथ ही अनाज की सफाई का किसानों को और भी फायदा होता है क्योंकि साफ-सुथरे अनाज की बाजार में मांग ज्यादा होती है और इसकी अच्छी कीमत मिलती है.
कैसे काम करती है ये मशीन
ग्रेन क्लीनर मशीन के कुछ हिस्से होते हैं जो अलग-अलग तरह से अनाज की सफाई करते हैं जैसे-
- वाइब्रेटिंग स्क्रीन
यह स्क्रीन अनाजों का छानने का काम करती है जिसकी मदद से अलग- अलग तरह की गंदगी अनाज से अलग हो जाती है.
- एयर ब्लोअर
यह अनाज से धूल और हल्के बीजों को हवा की मदद से हटाता है.
- सिव्स
ये कई अलग-अलग आकार के होते हैं , जो कि अनाजों को आकार के अनुसार छानने का काम करते हैं.
- हॉपर
ग्रेनर मशीन के इस हिस्से से अनाज को मशीन के अंदर सफाई के लिए डाला जाता है.
- डिस्चार्ज हॉपर
यह ग्रेनर मशीन का वो हिस्सा है जहां से साफ किए गए अनाज को मशीन से बाहर निकाला जाता है.
हर स्तर की खेती के लिए है सही
अगर कोई छोटा किसान है जिसका उत्पादन कम है वो 0.4HP की सिंगल मोटर मशीन का इस्तेमाल कर सकता है, किसान चाहें तो 50 वॉट की डबल मोटर वाली मशीन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है तो ज्यादा क्षमता वाली बड़ी ग्रेन क्लीनर मशीन खरीदना सही रहता है.