10 गांवों को गोद लेकर किसानों की कमाई बढ़ा रहे केवीके, गेहूं फूलगोभी सरसों की पैदावार बढ़ाने में सफल

उत्तर प्रदेश सरकार कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से किसानों को उन्नत खेती और अधिक पैदावार के लिए प्रेरित कर रही है. इसी के चलते झांसी के भरारी में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र ने गोद लिए 10 गांव के चयनित किसानों को उन्नत खेती के लिए न सिर्फ प्रेरित कर रहा है बल्कि उन्हें निशुल्क बीज और उर्वरक भी प्रदान कर रहा है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Published: 19 Dec, 2025 | 01:05 PM

उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलों के कृषि विज्ञान केंद्रों को अपने इलाके के 10-10 गांवों को गोद लेकर चरणबद्ध तरीके से खेती को विस्तार देने के निर्देश दिए हैं. इसके तहत केवीके गांवों को गोद ले रहे हैं और उन गांवों के किसानों को गेहूं, फूलगोभी और सरसों के साथ अन्य फसलों के उन्नत बीज उपलब्ध करा रहे हैं. इसके साथ ही किसानों को आधुनिक तरीके से ज्यादा उपज हासिल करने के लिए ट्रेनिंग भी दी जा रही है. झांसी के केवीके की ओर से गोद लिए गए 10 गांवों के किसानों की उपज पैदावार और कमाई में बढ़ोत्तरी हुई है.

कृषि विज्ञान केंद्र के जरिए किसानों को उन्नत खेती के लिए तैयार कर रहे

प्रदेश सरकार कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से किसानों को उन्नत खेती और अधिक पैदावार के लिए प्रेरित कर रही है. इसी के चलते झांसी के भरारी में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र ने गोद लिए 10 गांव के चयनित किसानों को उन्नत खेती के लिए न सिर्फ प्रेरित कर रहा है बल्कि उन्हें निशुल्क बीज और उर्वरक भी प्रदान कर रहा है.

मिट्टी-खाद और कीट-रोग प्रबंधन की ट्रेनिंग

इन किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र में आमंत्रित कर कृषि वैज्ञानिक उन्नत और अधिक पैदावार के तौर तरीकों से भी परिचित करा रहे हैं. किसानों को बदलते परिवेश के हिसाब से आधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल और मिट्टी की देखरेख के साथ ही खाद के सटीक छिड़काव के बारे में ट्रेनिंग दी जा रही है. जबकि, कीट और रोग प्रबंधन के तरीके भी सिखाए जा रहे हैं.

किसानों को गेहूं की नई किस्म करन वंदना और सरसों के बीज दिए

झांसी के कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से गोद लिए गए गांव के किसानों को गेहूं की नई प्रजाति करनवंदना का बीज प्रदान किया गया है, जिसकी पैदावार परंपरागत गेहूं की तुलना में काफी अधिक होती है. सरसों की राधिका नस्ल के बीज प्रदान किए गए हैं, जिसमें शाखाएं अधिक होती हैं. इससे पैदावार अधिक होती हैं.

फूलगोभी के उन्नत बीज और बोरान खाद का इस्तेमाल बता रहे

सब्जी के लिए उपयुक्त मिट्टी वाले खेतों के मालिक किसानों को सब्जियों की फसलें करने के लिए प्रेरित किया गया है. केवीके ने फूलगोभी के भी उन्नत किस्म के तैयार पौधे प्रदान किए हैं, जिन्हें कृषि विज्ञान केंद्र में तैयार किया गया है. किसानों को बोरान उर्वरक भी प्रदान किया गया है, जो खेतों की उर्वर क्षमता बढ़ाने में सहायक होता है.

आधुनिक तरीकों को अपनाकर किसानों की कमाई और पैदावार बढ़ी

कृषि विज्ञान केंद्र झांसी के वैज्ञानिक डॉ. आदित्य कुमार सिंह ने बताया कि किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र में आमंत्रित कर उन्हें बीज, पौधे और उर्वरक प्रदान किए गए हैं. इन किसानों को पैदावार बढ़ाने के तौर-तरीके प्रदान करने के साथ ही निरंतर मार्गदर्शन भी प्रदान किया जा रहा है. आधुनिक तरीकों को अपनाकर किसान खेती में पैदावार बढ़ा सकते हैं. केवीके से जुड़े किसानों ने अपनी उपज और कमाई में बढ़ोत्तरी हासिल की है.

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