नौतपा में ऐसी जगहों पर न ले जाएं दुधारू भैंस, पशुपालक जान लें ये जरूरी टिप्स

नौतपा के दौरान तेज गर्मी में भैंसों को लू लगने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में ठंडी जगह, पर्याप्त पानी और पोषक आहार से उनकी देखभाल जरूरी है.

नोएडा | Updated On: 30 May, 2025 | 01:35 PM

देश में भीषण गर्मी का दौर चल रहा है और नौतपा के चलते तपिश अपने चरम पर पहुंच रही है. नौतपा के ये नौ दिन साल की सबसे अधिक गर्मी के लिए जाने जाते हैं, जब सूरज की किरणें सीधे धरती पर गिरती हैं और तापमान चरम पर पहुंच जाता है. इस दौरान देश के कई हिस्सो में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है. ऐसे मौसम में भैंसों को लू लगने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए इस समय पशुओं की विशेष देखभाल बेहद जरूरी हो जाती है.

नौतपा के दौरान पशुपालक बरतें सावधानी

नौतपा के दौरान तापमान का अत्यधिक बढ़ना आम बात है, जो भैंसों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. गर्मी से प्रभावित पशुओं के शरीर का तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. इससे उनका शरीर तनाव में आ जाता है और वे लू के शिकार हो जाते हैं. पशुओं का सुस्त होना, तेज सांस लेना और अधिक पानी पीना इसके प्रमुख लक्षण हैं. ऐसे हालात में उनकी भूख कम हो जाती है और पेशाब भी कम आता है. अगर समय पर सावधानी न बरती जाए तो पशुओं की जान को खतरा हो सकता है.

ऐसे पहचानें लू के लक्षण

भैंसो में लू लगने पर कई संकेत मिलते हैं, जिन्हें पहचानना जरूरी है. शरीर का अत्यधिक तापमान बढ़ जाना, तेज सांस लेना, मुंह से लार गिरना, गतिविधियों में कमी और सुस्ती इसके प्रमुख लक्षण हैं. इसके अलावा, पशुओं का दिल तेजी से धड़कने लगता है. इतना ही नहीं कभी- कभी पेट में अफरा या गैस की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है. ये सभी संकेत बताते हैं कि भैंस को तुरंत उचित देखभाल की जरूरत है.

लू से बचाव के उपाय

भैंसों को लू से बचाने के लिए उन्हें ठंडी और हवादार जगह पर रखना चाहिए. साफ पानी और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराना अनिवार्य है. गर्मी के समय उनके घास-चारे में खास ध्यान रखें और अतिरिक्त पोषण दें. घास-पानी के साथ-साथ भैंसों को दिन के सबसे गर्म समय में ताजा पानी पीने के लिए दें. इसके अलावा सुबह और शाम को हल्की नहलाना भी उनकी गर्मी कम करने में मदद करता है. साथ ही, पशुओं के स्वास्थ्य पर नियमित नजर रखें और लू के लक्षण दिखने पर तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें.

Published: 30 May, 2025 | 01:12 PM