Cattle Farmers Tips: अगर आप गाय या भैंस पालते हैं और दूध कम मिलने की परेशानी झेल रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. कई किसान इन दिनों अपने पशुओं में दूध उत्पादन घटने की समस्या से जूझ रहे हैं. लेकिन इसकी वजह कोई बड़ी बीमारी नहीं, बल्कि एक छोटी-सी लापरवाही है- नमक की कमी.
बदलते मौसम में घटता दूध उत्पादन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गर्मियों और बरसात के मौसम में जब हरे चारे की कमी होती है, तो पशुओं का पाचन कमजोर हो जाता है. इस दौरान गाय और भैंसों में दूध की मात्रा अचानक घटने लगती है. मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह समस्या केवल चारे की कमी से नहीं, बल्कि नमक की कमी से भी होती है. अगर पशु को रोजाना आवश्यक मात्रा में नमक नहीं दिया जाए, तो उनके शरीर में खनिज असंतुलन हो जाता है, जिससे भूख और दूध दोनों कम हो जाते हैं.
सिर्फ 13 ग्राम नमक से बदल सकता है नतीजा
पशु विशेषज्ञों का कहना है कि गाय या भैंस को हर दिन करीब 13 ग्राम साधारण नमक की जरूरत होती है. यह नमक उनके शरीर में सोडियम और क्लोराइड की पूर्ति करता है, जिससे पाचन और प्यास दोनों नियंत्रित रहते हैं. अगर पशु को यह मात्रा नियमित रूप से दी जाए, तो दूध उत्पादन में 10 से 20 प्रतिशत तक बढ़ोतरी देखी जा सकती है.
ऐसे पहचानें नमक की कमी
कई बार किसान यह नहीं समझ पाते कि उनके पशुओं को नमक की कमी है. इसके कुछ सामान्य लक्षण हैं-
- पशु की भूख कम हो जाती है.
- वे लकड़ी, मिट्टी, कपड़ा या यहां तक कि मलमूत्र चाटने लगते हैं.
- बाल बेजान और खाल रूखी होने लगती है.
- दूध का उत्पादन अचानक घट जाता है.
- अगर लंबे समय तक यह कमी बनी रहे, तो पशु को सामान्य स्थिति में आने में कई महीने लग सकते हैं.
आसान तरीका: पानी में मिलाकर पिलाएं नमक
विशेषज्ञों के अनुसार, पशुओं को नमक देने का सबसे आसान और असरदार तरीका है- पानी में मिलाकर पिलाना. रोजाना पीने के पानी में 13 ग्राम नमक मिलाकर देने से पाचन सुधारता है और पशु की सेहत बेहतर रहती है. इसके अलावा, नमक को हरे चारे या भूसे के साथ भी दिया जा सकता है. अगर आपके पास अधिक संख्या में पशु हैं, तो आप बाजार में मिलने वाले नमक लिक ब्लॉक (Salt Lick Block) का उपयोग कर सकते हैं. इससे जानवर जरूरत के अनुसार नमक चाट लेते हैं और शरीर में संतुलन बना रहता है.
बढ़ेगा दूध तो आमदनी भी बढ़ेगी
स्वस्थ पशु ज्यादा दूध देते हैं और उनका दूध गाढ़ा व पौष्टिक होता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिन किसानों ने अपने पशुओं को नियमित रूप से नमक देना शुरू किया, उन्होंने दूध उत्पादन में स्पष्ट बढ़ोतरी देखी. यह तरीका सस्ता, सरल और पूरी तरह सुरक्षित है.