किसानों को भेड़-बकरी पालन की दी जाएगी मुफ्त ट्रेनिंग, कमाई के साथ ऊन उत्पादन बढ़ेगा

Cattle Farming: दशकों पहले स्थापित किया गया CSWRI संस्थान भेड़ और खरगोश पालन के लिए रिसर्च में एक नेशनल इंस्टीट्यूट के रूप में खड़ा है. यह छोटे जुगाली करने वाले जानवरों के पालन में प्रोडक्टिविटी, प्रॉफिट और रेजिलिएंस बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Published: 19 Oct, 2025 | 03:42 PM

किसानों की आय बढ़ाने के साथ ऊन उत्पादन को और बढ़ाने के लिए राजस्थान के केंद्रीय भेड़ ऊन रिसर्च सेंटर के साथ अरुणाचल प्रदेश सरकार ने करार किया है. अरुणाचल प्रदेश सरकार राज्य में मॉडर्न तरीके से ब्रीडिंग को बढ़ाकर टिकाऊ तरीके से जुगाली करने वाले पशुओं के प्रोडक्शन को बढ़ाना है. प्रदेश के किसानों और पशुपालकों को पशुपालन की ट्रेनिंग राजस्थान के रिसर्च सेंटर में मुफ्त दी जाएगी. किसानों को चारा प्रबंधन के साथ पशुओं की बीमारियों को ठीक करने और पौष्टिक फीड से दूध उत्पादन बढ़ाने, ब्रीडिंग कराने समेत कई तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी.

अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री गैब्रियल डी. वांगसू के नेतृत्व में एक हाई लेवल डेलीगेशन राजस्थान के अविकानगर में ICAR-सेंट्रल भेड़ और ऊन रिसर्च इंस्टीट्यूट (CSWRI) पहुंचा. यह दौरा राज्य में भेड़ और बकरी पालन को आगे बढ़ाने के लिए सहयोग के रास्ते तलाशने के लिए किया गया. अपने डिपार्टमेंट के सीनियर अधिकारियों के साथ मंत्री ने मॉडर्न ब्रीडिंग तरीकों, नई टेक्नोलॉजी और छोटे जुगाली करने वाले जानवरों के प्रोडक्शन के सस्टेनेबल मॉडल को समझने के लिए इंस्टीट्यूट की रिसर्च सुविधाओं को देखा.

भेड़-बकरी के साथ खरगोश पालन भी

दशकों पहले स्थापित किया गया CSWRI संस्थान भेड़ और खरगोश पालन के लिए रिसर्च में एक नेशनल इंस्टीट्यूट के रूप में खड़ा है. यह छोटे जुगाली करने वाले जानवरों के पालन में प्रोडक्टिविटी, प्रॉफिट और रेजिलिएंस बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. इसकी टेक्नोलॉजी और ब्रीड इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम ने भारत के अलग-अलग एग्रो-क्लाइमैटिक इलाकों के किसानों को फायदा पहुंचाया है. ICAR-CSWRI के डायरेक्टर डॉ. अरुण कुमार तोमर ने इंस्टीट्यूट की उपलब्धियों और चल रही रिसर्च पहलों की जानकारी प्रतिनिधि मंडल को दी. इसके बाद ब्रीड इम्प्रूवमेंट, चारा मैनेजमेंट और फील्ड ओरिएंटेड ट्रेनिंग प्रोग्राम पर बातचीत हुई.

अरुणाचल में भेड़-बकरी पालन मिशन ने पकड़ी रफ्तार

पशुपालन में CSWRI के पायनियरिंग काम की तारीफ करते हुए मंत्री वांगसू ने कहा कि हम अरुणाचल प्रदेश में भेड़ और बकरी पालन को मजबूत करने के अपने मिशन के तहत यहां हैं. हमारा फोकस सही ब्रीड और टेक्नोलॉजी की पहचान करना है जो हमारे खास क्लाइमेट कंडीशन में अच्छी तरह से बढ़ सकें. उन्होंने रिसर्च इनोवेशन को प्रैक्टिकल मॉडल में बदलने की अहमियत पर जोर दिया, जिससे उनके राज्य के किसान समुदायों को फायदा हो सके.

ट्रेनिंग के लिए संस्थान पहुंचेंगे अरुणाचल के किसान

मंत्री वांगसू ने CSWRI के साथ लंबे समय की पार्टनरशिप बनाने को लेकर उम्मीद जताई और घोषणा की कि अरुणाचल प्रदेश के अधिकारियों को जल्द ही स्पेशल ट्रेनिंग और कैपेसिटी-बिल्डिंग इनिशिएटिव के लिए इंस्टीट्यूट में भेजा जाएगा. मंत्री ने कहा कि यह दौरा एक अच्छे सहयोग की शुरुआत है जो हमारे राज्य के पशुपालन सेक्टर में बड़ा बदलाव ला सकता है.

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