गाय या भैंस खरीदते समय किसान अक्सर दूध की मात्रा, नस्ल या शरीर की बनावट पर ध्यान देते हैं, लेकिन सबसे अहम पहलू होता है पशु की सही उम्र जानना. उम्र का सही अनुमान लगाना इसलिए जरूरी है. क्योंकि इससे यह तय होता है कि वह गाय या भैंस कितने साल तक दूध देगी और कितनी उत्पादक रहेगी. कई बार उम्र ज्यादा होने पर पशु जल्द ही दूध देना बंद कर देता है और नुकसान हो जाता है. ऐसे में दुधारू पशु की उम्र का पता लगाने के दो आसान और प्रचलित तरीके हैं.
1. दांत बताते हैं उम्र का सच
पशु की उम्र जानने का सबसे आसान और भरोसेमंद तरीका है उसके दांतों की जांच करना. गाय या भैंस के निचले जबड़े में कुल चार जोड़े स्थायी दांत होते हैं, लेकिन ये सभी एक साथ नहीं निकलते. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पहला जोड़ा करीब पौने दो साल की उम्र में आता है. जबकि दूसरा जोड़ा ढाई साल की उम्र में, तीसरा तीन साल की उम्र में और चौथा जोड़ा चार साल पूरा होते-होते निकलता ह. इन दांतों की स्थिति देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पशु कितना पुराना है. यह जानकारी इसलिए जरूरी है क्योंकि दूध देने वाले पशु आमतौर पर अपने युवावस्था और मध्य अवस्था में ही सबसे ज्यादा दूध देते हैं. उम्र का सही अनुमान आपको सही पशु खरीदने में मदद करता है.
2. सींग के छल्लों से भी होता है अंदाजा
गाय-भैंस के सींगों पर बने छल्ले भी उम्र का अंदाजा लगाने का एक और तरीका हैं. पहला छल्ला तीन साल की उम्र में सींग की जड़ पर दिखाई देने लगता है और इसके बाद हर साल एक नया छल्ला बनता है. सींगों पर जितने छल्ले होते हैं, उसमें 2 जोड़ने से पशु की कुल उम्र का अंदाजा लगाया जा सकता है. उदाहरण के लिए, अगर किसी गाय के सींग पर 5 छल्ले हैं तो उसकी उम्र लगभग 7 साल मानी जा सकती है. हालांकि, कुछ पशु व्यापारी जानबूझकर छल्लों को रेती से घिसकर धोखा देने की कोशिश करते हैं. इसलिए इस विधि को पूरी तरह भरोसेमंद नहीं माना जाता.
उम्र का असर दूध उत्पादन पर
गाय-भैंस औसतन 15 से 20 साल तक जीवित रहती हैं, लेकिन उनका अच्छा दूध उत्पादन लगभग 6 से 10 साल की उम्र तक ही होता है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, उनके दूध देने की क्षमता कम होने लगती है. अगर आप नया दुधारू पशु खरीद रहे हैं तो कोशिश करें कि उसकी उम्र 3 से 7 साल के बीच हो, ताकि वह लंबे समय तक अच्छा दूध दे सके और आपका निवेश भी सफल हो.
खरीदते समय इन बातों का जरूर रखें ध्यान
- दांत और सींग की स्थिति को ध्यान से देखें.
- अनुभवी पशु चिकित्सक की मदद लें.
- सींगों पर छल्लों की संख्या के साथ दांतों की अवस्था की भी जांच करें.
- जरूरत हो तो पुराने मालिक से उम्र का प्रमाण मांगे.