बकरी नहीं, इन जानवरों का पालन करें, मांस, दूध और बाल से होगी तगड़ी कमाई, कम समय में ज्यादा मुनाफा

भेड़पालन एक कम लागत वाला और ज्यादा मुनाफा देने वाला व्यवसाय है. रामपुर के हरस्वरूप जैसे किसान ऊन, दूध और मांस बेचकर अच्छी कमाई कर रहे हैं. यह ग्रामीण युवाओं के लिए स्वरोजगार का एक बेहतरीन जरिया है.

Kisan India
नोएडा | Published: 3 Sep, 2025 | 02:01 PM

जब भी हम खेती-किसानी या पशुपालन की बात करते हैं, तो सबसे पहले गाय, भैंस, या बकरी का ही ख्याल आता है. लेकिन, कुछ किसान अब एक ऐसे जानवर का पालन कर रहे हैं, जो कम खर्च में ज्यादा मुनाफा दे रहा है- यह है भेड़. भेड़पालन को फाइव-स्टार एनिमल कहा जाता है, क्योंकि इससे ऊन, दूध, मांस और खालसभी कुछ मिलता है.

कम खर्च, ज्यादा फायदा

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भेड़पालन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें खर्च बहुत कम है. भेड़ें पालने में ज्यादा झंझट नहीं होती. इन्हें खास तरह के महंगे खाने की जरूरत नहीं होती. ये खेत में बची हुई चीजें या थोड़ा-बहुत चारा खाकर भी अपना गुजारा कर लेती हैं. इसके अलावा, इन्हें रोजाना महंगी दवाइयां या बहुत ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं पड़ती. अगर आप किसान हैं और आपके पास खेत है, तो आप आसानी से भेड़पालन को अपनी खेती के साथ जोड़ सकते हैं. ये जानवर शांत स्वभाव के होते हैं और बहुत जल्दी बीमार भी नहीं पड़ते, जिससे आपका खर्चा बचता है.

फाइव-स्टार कमाई का मौका

भेड़ को फाइव-स्टार एनिमल कहने की वजह इसके कई फायदे हैं. एक ही जानवर से आपको कई तरह से कमाई होती है:-

  • मांस: भेड़ का मांस बहुत पसंद किया जाता है. इसकी बाजार में अच्छी कीमत मिलती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक किसान ने 5,000 रुपये में एक भेड़ खरीदी, तो वह उसे 10,000 रुपये तक में बेच सकते हैं, जिससे सीधा दोगुना मुनाफा होता है.
  • दूध: भेड़ का दूध भी फायदेमंद होता है और कुछ जगहों पर इसकी अच्छी मांग होती है.
  • ऊन: भेड़ के बालों यानी ऊन से कपड़े और दूसरी चीजें बनती हैं. समय-समय पर ऊन की कटाई करके आप उसे बेच सकते हैं. इसकी भी बाजर में अच्छी कीमत मिलती है.
  • खाल: भेड़ की खाल का भी बाजार है, जिसका इस्तेमाल अलग-अलग चीजें बनाने में होता है.

इस तरह, एक ही जानवर से किसान को कई तरह से कमाई होती है, जिससे उसकी आमदनी पक्की हो जाती है.

सरकार की मदद और प्रशिक्षण

भेड़पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी कई योजनाएं चला रही है. कई राज्यों में पशुपालन विभाग किसानों को भेड़पालन के लिए आर्थिक मदद (सब्सिडी) और प्रशिक्षण देता है. यह प्रशिक्षण किसानों को भेड़ की सही देखभाल, उन्हें बीमारियों से बचाने और बाजर में अपने उत्पादों को सही दाम पर बेचने के तरीके सिखाता है. अगर आप इस काम को शुरू करना चाहते हैं, तो अपने जिले के पशुपालन विभाग से संपर्क कर सकते हैं.

युवाओं के लिए स्वरोजगार का नया रास्ता

आजकल जब नौकरी मिलना मुश्किल हो गया है, तो भेड़पालन जैसे व्यवसाय युवाओं के लिए एक बढ़िया विकल्प बन सकते हैं. यह सिर्फ पैसों की कमाई का जरिया नहीं है, बल्कि इससे गांवों में ही रोजगार के नए रास्ते खुलते हैं. भेड़पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो कम जोखिम और ज्यादा मुनाफे का रास्ता दिखाता है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होती है.

भेड़पालन को शुरू करने का आसान तरीका

अगर आप भेड़पालन शुरू करना चाहते हैं, तो इसकी शुरुआत कुछ भेड़ों के साथ कर सकते हैं, इससे आपको अनुभव मिलेगा और शुरुआती खर्च भी कम होगा. धीरे-धीरे जब आपको लगे कि आप इस काम में माहिर हो गए हैं, तो आप अपनी भेड़ों की संख्या बढ़ा सकते हैं. भेड़पालन के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती, इसलिए इसे छोटे किसान भी आसानी से कर सकते हैं. सही योजना और थोड़ी सी मेहनत से आप भी हरस्वरूप की तरह भेड़पालन से अच्छी कमाई कर सकते हैं.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत किस नंबर पर है?

Side Banner

फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत किस नंबर पर है?