इन 7 चीजों से घर पर तैयार करें देसी दवाई, खिलाते ही ज्यादा दूध देने लगेंगी गाय-भैंस

बदलते मौसम में पशुओं को ठंड और नमी से बचाना बेहद जरूरी होता है. इसके लिए उन्हें हमेशा सूखे और गर्म स्थान पर रखें और उनका गौशाला साफ-सुथरा तथा सूखा होना चाहिए.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 24 Aug, 2025 | 09:41 PM

अगर आपके घर में गाय या भैंस है और दूध की मात्रा बदलते मौसम में घट रही है, तो यह खबर आपके लिए किसी खजाने से कम नहीं. आजमगढ़ के पशु पालक किसानों ने एक ऐसा देसी उपाय अपनाया है, जिससे न केवल पशु स्वस्थ रहते हैं, बल्कि दूध भी भरपूर देने लगते हैं. यह नुस्खा पूरी तरह घरेलू चीजों से तैयार होता है और इसके इस्तेमाल से मवेशी ज्यादा दूध देने लगते हैं.

मौसम बदलते ही दूध उत्पादन घटने लगता है

ठंड और बारिश का मौसम सिर्फ इंसानों पर ही नहीं, बल्कि पशुओं पर भी असर डालता है. तापमान गिरने से उनके शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है और इसका सीधा असर दूध उत्पादन पर पड़ता है. इसके साथ ही, नमी और ठंड से पशु बीमार भी पड़ सकते हैं. इसलिए इस मौसम में पशुओं की देखभाल और भी जरूरी हो जाती है.

बदलते मौसम में ऐसे रखें पशु का ध्यान

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बदलते मौसम में पशुओं को ठंड और नमी से बचाना बेहद जरूरी होता है. इसके लिए उन्हें हमेशा सूखे और गर्म स्थान पर रखें और उनका गौशाला साफ-सुथरा तथा सूखा होना चाहिए. पानी साफ और हल्का गुनगुना देना चाहिए, ताकि वे स्वस्थ रहें. भोजन में संतुलन बनाए रखें, जिसमें हरा चारा, सूखा चारा, दाना और मिनरल मिक्सचर शामिल हों. इसके साथ ही समय-समय पर कृमिनाशक दवा देना और टीकाकरण कराना न भूलें. यदि इन बातों का नियमित रूप से पालन किया जाए तो पशु बीमार नहीं पड़ते, उनका पाचन सही रहता है और दूध उत्पादन स्थिर बना रहता है.

देसी नुस्खा: 7 चीजों का चमत्कारी मिश्रण

बदलते मौसम में गाय-भैंस जैसे दुधारू पशुओं के दूध उत्पादन पर असर पड़ता है. ठंड और नमी के कारण उनकी पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है और दूध की मात्रा कम हो जाती है. ऐसे समय में एक देसी नुस्खा बहुत काम आता है, जो पूरी तरह से किचन में मौजूद 7 आसान चीजों से तैयार होता है. इस खास नुस्खे में मेथी दाना, सौंफ, अजवाइन, काला नमक, आंवला पाउडर, हल्दी और गुड़ शामिल हैं.

सबसे पहले मेथी, सौंफ और अजवाइन को हल्की आंच पर भूनें. ठंडा होने के बाद इन्हें पीसकर पाउडर बना लें. फिर इसमें आंवला पाउडर, काला नमक और हल्दी मिला लें. अंत में गुड़ के छोटे टुकड़े मिलाकर इस मिश्रण को अच्छी तरह मिला लें और किसी एयरटाइट डिब्बे में सुरक्षित रख लें. इस चमत्कारी मिश्रण को रोजाना सुबह और शाम, एक-एक बड़ा चम्मच अपने पशु को खिलाएं. चाहें तो इसे चोकर या गुड़ में मिलाकर दें. 3 से 7 दिन में ही असर दिखेगा- दूध की मात्रा बढ़ेगी, भूख खुलेगी और पाचन भी सुधरेगा.

ऐसे खिलाएं और देखें कमाल

पशुओं को यह देसी मिश्रण दिन में दो बार, सुबह और शाम के भोजन के बाद देना चाहिए. मात्रा केवल एक बड़ा चम्मच पर्याप्त होती है. इसे चोकर या गुड़ में मिलाकर खिलाने से पशु आसानी से खा लेते हैं. यह मिश्रण न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि पोषण से भरपूर भी है. इसके सेवन से पशुओं की भूख बढ़ती है, पाचन तंत्र मजबूत होता है और गैस की समस्या दूर होती है. आमतौर पर 3 से 7 दिनों के भीतर इसका असर दिखने लगता है और दूध उत्पादन में तेजी से बढ़ोतरी होती है, जिससे किसान की आमदनी भी बढ़ती है.

गैस, कमजोरी और बीमारियों से भी मिलेगा राहत

मेथी और सौंफ जैसे घरेलू मसाले पशुओं की पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं. इनसे भूख खुलती है और भोजन सही तरीके से पचता है. अजवाइन का सेवन गैस और अपच जैसी समस्याओं को दूर करता है, जिससे पशु स्वस्थ रहता है और दूध उत्पादन भी बना रहता है. आंवला में मौजूद विटामिन सी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और पशु को मौसम बदलने के दौरान बीमारियों से बचाता है.

हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है जो सूजन और संक्रमण को दूर रखने में मदद करती है. वहीं, गुड़ ऊर्जा का अच्छा स्रोत है और मिश्रण में मिठास भी लाता है जिससे पशु आसानी से खा लेता है. इन सब चीजों का संतुलित मिश्रण दुधारू पशुओं के लिए बेहद फायदेमंद है.

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Published: 24 Aug, 2025 | 09:38 PM

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