Bird Flu: ओडिशा और उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू से मुर्गियों की मौत का मामला अभी शांति भी नहीं हुआ था कि कर्नाटक में एक नई रहस्यमयी बीमारी सामने आई है. कोप्पल जिले के गांवों में इस रहस्यमयी बीमारी से मुर्गियां दम तोड़ रही हैं. इससे गांव वालों में दहशत का माहौल बना हुआ है. कहा जा रहा है कि कोप्पल के गांवों में पिछले कुछ दिनों से मुर्गियों की अचानक हो रही मौत ने सभी को हैरान कर दिया है. अभी तक इस अज्ञात बीमारी से हजारों मुर्गियों की जान जा चुकी है.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पोल्ट्री फार्म के मालिकों का कहना है कि यह बीमारी तेजी से फैल रही है और गांव में डर का माहौल बन गया है. इससे कई लोगों की रोजी-रोटी पर भी खतरा मंडरा रहा है. कुछ फार्म मालिक मरी हुई मुर्गियों को दफनाने की बजाय खुले में फेंक रहे हैं. इससे नाराज किसानों ने ग्राम पंचायत से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. ग्राम पंचायत अधिकारियों ने कहा है कि वे जल्द ही विशेषज्ञों की टीम बुलाकर बीमारी के सही कारण का पता लगाएंगे.
गांव में 10,000 मुर्गियों की मौत
विशेषज्ञों ने कहा है कि वे पोल्ट्री फार्म का निरीक्षण करेंगे, खून के सैंपल लेंगे और जांच के लिए भेजेंगे. बी होसल्लि गांव के लोगों ने कहा कि करीब छह महीने पहले उनके गांव में भी 10,000 मुर्गियां मरी थीं और तब H5N1 वायरस की पुष्टि हुई थी. एक ग्रामीण ने कहा कि मरी हुई और संक्रमित मुर्गियों को सही तरीके से नहीं ठिकाने लगाना बहुत बड़ी लापरवाही है. इससे महामारी फैल सकती है. एक किसान ने कहा कि लोग पहले से ही H5N1 को लेकर डरे हुए हैं और अब अंडा और चिकन खाना भी छोड़ रहे हैं. हम प्रशासन से अपील करते हैं कि ऐसे फार्म मालिकों पर सख्त कार्रवाई की जाए. वहीं, पशुपालन विभाग की टीम ने पोल्ट्री फार्मों का दौरा किया, सैंपल लिए और उन्हें जांच के लिए मध्य प्रदेश भेजा. अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट दो से तीन दिन में आ जाएगी.
रामपुर में भी बर्ड फ्लू से दहशत
बता दें कि पिछले महीने उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में बर्ड फ्लू से दहशत फैल गई थी. एक पोल्ट्री फार्म में अचानक 15,000 से ज्यादा मुर्गियों की मौत हो गई थी. जांच में पता चला था कि ये मौतें बर्ड फ्लू की वजह से हुई हैं. इस खबर के बाद स्वास्थ्य और प्रशासनिक विभाग में हड़कंप मच गया था. हालात की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जिले की सभी चिकन की दुकानों और चिकन परोसने वाले रेस्टोरेंट्स को बंद करने का आदेश दिया था. संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मरी हुई मुर्गियों को गड्ढों में दफनाया गया था. सिर्फ रामपुर ही नहीं, बल्कि आसपास के जिले बरेली में भी अलर्ट जारी कर दिया गया था.