मुर्गी पालन (Poultry Farming) एक ऐसा व्यवसाय है, जिसमें कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. लेकिन इसमें लाभ तभी मिलता है जब शुरुआत से ही सही जानकारी और सावधानी बरती जाए. खासकर जब आप चूजे खरीदने जा रहे हों तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.
चूजे खरीदने से पहले बाड़े की सफाई है सबसे जरूरी
चूजे बहुत संवेदनशील होते हैं. अगर शुरुआत में ही साफ-सफाई न हो तो बीमारी फैल सकती है. इसलिए पोल्ट्री फार्म में चूजे लाने से पहले बाड़े को अच्छी तरह से कीटाणुनाशक दवा से धोना चाहिए. साथ ही दीवारों और कोनों में भी दवा का अच्छे से छिड़काव करें ताकि कोई भी बैक्टीरिया न बचे.
चूजे लेते समय टीकाकरण की जांच जरूर करें
ऐसे स्थान से ही चूजे खरीदें जहां जन्मजात बीमारी का कोई रिकॉर्ड न हो. चूजे तभी खरीदें जब उन्हें रानीखेत (Ranikhet) बीमारी का एफ-1 स्ट्रेन और मेरेक्स (Mareks) बीमारी का टीका लगाया गया हो. यह जानकारी लेते समय थोड़ा सतर्क रहें, क्योंकि शुरुआत में की गई लापरवाही आगे चलकर नुकसान कर सकती है.
चूजों के लिए तापमान और आहार का रखें ध्यान
मुर्गी पालन का 70 फीसदी खर्च उनके खाने पर आता है. लेकिन उससे पहले आपको यह तय करना होगा कि जहां चूजे रहेंगे वहां का तापमान सही हो. ध्यान दें कि चूजों को ज्यादा ठंड या गर्मी बर्दाश्त नहीं होती. इसलिए बाड़े में तापमान नियंत्रण की व्यवस्था पहले से कर लें.
चूजों को शुरूआती 7 से 8 सप्ताह तक स्टार्टर आहार देना चहिए. फिर 19 से 20 सप्ताह तक ग्रोवर आहार और उसके बाद लेयर फीड दिया जाना चाहिए. एक चूजे को बड़ा होने तक करीब 12 से 13 किलो दाने की जरूरत होती है. ध्यान दें कि आहार ताजा और संतुलित होना चाहिए ताकि चूजे तेजी से बढ़ें और स्वस्थ रहें.
दाने की स्टोरेज भी बहुत मायने रखती है
कई बार किसान दानों को ऐसे जगह रख देते हैं जहां नमी होती है इससे दानों में फफूंदी लग सकती है और यह चूजों में बीमारी फैला सकती है. ध्यान दें कि दाने हमेशा सूखी और हवादार जगह में रखें. साथ ही अगर किसी मुर्गी में बीमारी के लक्षण दिखें तो उसे तुरंत अलग कर दें ताकि बाकी चूजे सुरक्षित रहें.