पशुपालकों के लिए बड़ी खुशखबरी, सरकार दे रही है 40 हजार तक मुफ्त बीमा.. आज ही करें आवेदन

राजस्थान सरकार ने पशुपालकों के लिए मंगला पशु बीमा योजना शुरू की है, जिसमें पशुओं का मुफ्त बीमा किया जाएगा. ग्राम पंचायतों में शिविर लगाकर रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा. इस योजना का उद्देश्य पशुपालकों को आर्थिक सुरक्षा देना, नुकसान की स्थिति में सहारा पहुंचाना और ग्रामीण परिवारों को मजबूत बनाना है.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 25 Nov, 2025 | 01:15 PM

CM Mangala Pashu Yojana :  गांवों में अक्सर लोग कहते हैं कि पशु हमारा सहारा हैं, अगर इन्हें कुछ हो जाए तो पूरा घर हिल जाता है. इसी चिंता को दूर करने के लिए राजस्थान सरकार अब एक बड़ी पहल शुरू करने जा रही है. राजस्थान में 21 नवंबर से मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना की शुरुआत हो गई है, जिससे हजारों पशुपालकों को आर्थिक सुरक्षा का मजबूत सहारा मिलेगा.

21 नवंबर से शुरू मुफ्त पशु बीमा योजना

राजस्थान में 21 नवंबर 2025 से मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना -2025-26 (CM Mangala Pashu Yojana ) की शुरुआत हो चुकी है. इस योजना के तहत पशुपालकों को पूरी तरह मुफ्त में पशु बीमा कराने का मौका मिलेगा. गाय, भैंस, ऊंट, बकरी और भेड़ जैसे पशुओं का 40,000 रुपये तक बीमा किया जाएगा. यह सुविधा बिना किसी शुल्क के उपलब्ध रहेगी, ताकि किसी भी आपदा, बीमारी या दुर्घटना में पशुपालक को आर्थिक बोझ न उठाना पड़े. ग्राम पंचायतों में विशेष शिविर लगाए जाएंगे जहां पशुपालक आसानी से रजिस्ट्रेशन और स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे.

पहले आओ-पहले पाओ

योजना को पारदर्शी रखने के लिए रजिस्ट्रेशन पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा. जिले की सभी 224 ग्राम पंचायतों में विशेष शिविर लगाए जाएंगे, जहां पशुपालक आसानी से अपने पशुओं का बीमा  करा सकेंगे. प्रति जन-आधार अधिकतम 2 गाय, 2 भैंस, या 1 गाय और 1 भैंस का बीमा कराया जा सकेगा. वहीं प्रति यूनिट 10 ऊंट, 10 बकरी या 10 भेड़ भी बीमा दायरे में शामिल हैं. इस व्यवस्था से छोटे पशुपालकों को भी पूरा लाभ मिल सकेगा.

CM Mangala Animal Insurance Scheme

मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना.

28,150 पशुओं को बीमा कवर देने का लक्ष्य

पशुपालन विभाग ने इस वर्ष कुल 28,150 पशुओं को बीमा के दायरे में लाने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें 3,400 गाय, 11,200 भैंस, 7,000 भेड़, 5,600 बकरियां और 950 ऊंट शामिल हैं. इसके साथ ही योजना में ST वर्ग के 16 फीसदी और SC वर्ग के 12 प्रतिशत पशुपालकों को प्राथमिकता  दी जाएगी.

शिविरों में होगा रजिस्ट्रेशन

पशुपालकों की सुविधा के लिए हर ग्राम पंचायत में विशेष शिविर लगाए जाएंगे. इन शिविरों में पशुओं का रजिस्ट्रेशन, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी, सर्वेक्षण और बीमा की पूरी प्रक्रिया सभी कार्य एक ही जगह पूरे किए जाएंगे. पशुपालन विभाग  ने जिले के सभी पशुपालकों से अपील की है कि वे अपने नजदीकी शिविर में पहुंचकर अपने पशुओं का बीमा अवश्य कराएं.

योजना क्यों है खास?

पशुपालन ग्रामीण परिवारों  की सबसे बड़ी ताकत होता है. किसी पशु के बीमार होने या मर जाने पर पूरा परिवार आर्थिक संकट में आ जाता है. यह योजना पशुपालकों को उस स्थिति से बचाने का महत्वपूर्ण साधन बनेगी. मुफ्त बीमा मिलने से पशुपालक अब न सिर्फ अपने पशुओं की सुरक्षा महसूस करेंगे, बल्कि इलाज और देखभाल में भी बिना चिंता खर्च कर पाएंगे. योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत आधार मिलेगा और पशुपालन क्षेत्र में स्थायी विकास की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

भारत में सबसे पहले सेब का उत्पादन किस राज्य में शुरू हुआ.

Side Banner

भारत में सबसे पहले सेब का उत्पादन किस राज्य में शुरू हुआ.