डेयरी किसानों की कमाई बढ़ाने और उन्हें पशुपालन के लिए प्रेरित करने के इरादे से हिमाचल सरकार नई योजनाएं ला रही है. हिमाचल सरकार डेयरी किसानों से एमएसपी पर दूध की खरीद कर रही है, जो अनाज के बाद किसी वस्तु पर पहली बार लागू किया गया है. जबकि, मिल्क कोऑपरेटिव समितियों को दूध बेचने वाले किसानों के 3 रुपये प्रति लीटर अतिरिक्त दाम दिया जा रहा है. अब राज्य सरकार 4 नए मिल्क प्रॉसेसिंग प्लांट बनाने की मंजूरी दी है. इससे पशुपालकों का दूध हाथों-हाथ उनके घर से ज्यादा दाम पर बिकना पक्का हो जाएगा.
सीएम ने 4 नए मिल्क प्लांट बनाने को मंजूरी दी
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कि सरकार के प्रयासों से मिल्कफैड द्वारा दूध खरीद रिकार्ड स्तर पर पहुंच चुका है और दूध एकत्रिकरण की क्वालिटी में भी सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि सरकार नाहन, नालागढ़, मोहाल और रोहड़ू में नए मिल्क प्रॉसेसिंग प्लांट स्थापित करने जा रही है. इसके अलावा हमीरपुर ज़िले के जलाड़ी में दूध शीतलन केन्द्र और ऊना ज़िले के झलेड़ा में बल्क मिल्क कूलर स्थापित करने को मंजूरी दी गई है.
दूध खरीद और पशुपालकों की कमाई बढ़ेगी
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नए प्लांट स्थापित होने से दूध खरीद में बढ़ोत्तरी होगी और पशुपालकों को दूध के उचित दाम मिलेंगे. इसके साथ ही दूध खरीद के गुणवत्ता मानकों में भी बढ़त होगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के इस कदम से सरकार की आय में इजाफा होने के साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.
दूध के लिए किसानों 3 रुपये ज्यादा मिलेंगे
किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए कैबिनेट ने पात्र गैर-सरकारी डेयरी सहकारी समितियों को दूध की आपूर्ति करने वाले किसानों के लिए दूध प्रोत्साहन योजना शुरू करने का निर्णय लिया है. इसके तहत दूध उत्पादकों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) मोड के माध्यम से 3 रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी प्रदान की जाएगी.
हर दिन खरीदा जा रहा लाखों लीटर दूध
प्रदेश सरकार रोजाना करीब 38,400 पशुपालकों से 2.25 लाख लीटर गाय का दूध खरीद रही है. इस दूध की खरीद 51 रुपये प्रति लीटर के समर्थन मूल्य (MSP) पर हो रही है. सरकार का मानना है कि इससे गांव-गांव में रहने वाले छोटे पशुपालकों को बड़ी आर्थिक मदद मिलेगी और उनकी आय में लगातार बढ़ोतरी होगी. MSP पर दूध की खरीद से छोटे-छोटे पशुपालकों को भी स्थिर आमदनी का रास्ता मिल गया है. अब किसानों की तरह पशुपालकों को भी उनके उत्पाद का उचित दाम मिल रहा है.
भैंस के दूध पर ज्यादा मिल रहा MSP
गाय के साथ-साथ भैंस के दूध पर भी MSP लागू की गई है.सरकार कुल 1 हजार 482 पशुपालकों से करीब 7 हजार 800 लीटर भैंस का दूध खरीद रही है. इस दूध की कीमत 61 रुपये प्रति लीटर तय की गई है. भैंस का दूध क्वालिटी के आधार पर खरीदा जा रहा है ताकि पशुपालक अच्छी क्वालिटी का दूध देने के लिए प्रेरित हों. इससे पशुपालन में सुधार के साथ आमदनी भी बेहतर होगी.