CM का आदेश..आज शाम तक इन किसानों के खाते में पहुंच जाएगा फसल नुकसान का मुआवजा

आंध्र प्रदेश सरकार ने असमय बारिश से प्रभावित किसानों को राहत दी है. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने 6 मई तक मुआवजा खातों में जमा करने के निर्देश दिए हैं.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 6 May, 2025 | 01:02 PM

आंध्र प्रदेश के किसानों के लिए राहतभरी खबर है. आज यानी मंगलवार शाम तक उनके खातों में फसल नुकसान की मुआवजा राशि पहुंच जाएगी. मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियों के निर्देश दिए हैं कि असमय बारिश से फसल नुकसान झेलने वाले किसानों के खातों में 6 मई तक किसी भी हालत में मुआवजा राशि जारी कर दी जाए, ताकि किसान खरीफ फसल की तैयारी कर सकें. ऐसे भी पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी काफी समय से नायडू सरकार पर हमलावर थे. वे लगातार फसल मुआवजा जारी करने में हो रही देरी को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साध रहे थे.

दरअसल, मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को अमरावती सचिवालय में समीक्षा बैठक की थी. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि असमय बारिश से फसल नुकसान झेलने वाले किसानों को 6 मई तक मुआवजा बांट दिया जाए. नायडू ने कहा कि फसल नुकसान का मूल्यांकन तुरंत पूरा किया जाए और हर प्रभावित किसान को सरकार की ओर से समय पर मुआवजा मिले. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि असमय बारिश से जिन किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उन्हें कल शाम तक मुआवजा मिल जाना चाहिए.

2,224 हेक्टेयर में धान और मक्का की फसल बर्बाद

मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिया कि आकाशीय बिजली से जान गंवाने वाले 8 लोगों के परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता दी जाए. शुरुआती अनुमान के मुताबिक, करीब 2,224 हेक्टेयर में धान और मक्का की फसलें खराब हुई हैं. सबसे ज्यादा नुकसान वेस्ट गोदावरी, नंद्याल, काकिनाडा और श्री सत्य साई जिलों में हुआ है. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आकाशीय बिजली से मरे मवेशियों के लिए भी तुरंत मुआवजा देने का निर्देश दिया है. उन्होंने आगे कहा कि कई जिलों में फिर से बारिश की संभावना जताई गई है, इसलिए कलेक्टर और अधिकारी जनता को पहले से अलर्ट करें और सभी जरूरी सावधानियां अपनाएं ताकि किसी की जान को खतरा न हो.

13 लाख टन धान की हुई खरीद

आपदा की स्थिति में मानवीय दृष्टिकोण अपनाने पर जोर देते हुए नायडू ने कहा कि अगर बिजली गिरने के दौरान मोबाइल अलर्ट लोगों तक न पहुंचे, तो अधिकारी खुद गांवों में जाकर लोगों को चेतावनी दें और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं. इस बीच, सिविल सप्लाइज विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी सौरभ गौर ने मुख्यमंत्री को कहा कि रबी सीजन में धान खरीद का लक्ष्य 20 लाख टन रखा गया है, जिसमें से अब तक 13 लाख टन धान खरीदा जा चुका है.

किसानों से खरीदा जाए पूरा धान

गौर ने यह भी कहा कि रंग बदल चुके धान की खरीद के लिए भी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री नायडू ने साफ कहा कि किसानों से आई पूरी धान की फसल खरीदी जानी चाहिए, चाहे वह तय लक्ष्य से ज्यादा ही क्यों न हो. उन्होंने भरोसा दिलाया कि जरूरत पड़ी तो राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर अतिरिक्त फसल खरीद की व्यवस्था करेगी. उन्होंने कहा कि कोई भी किसान यह न कहे कि उसकी धान की फसल नहीं खरीदी गई.

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Published: 6 May, 2025 | 11:35 AM

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