कड़ाके की ठंड में काली मिर्च की खेती, अब गमले में उगाना हुआ आसान.. बस जान लें ये जरूरी बातें
टेरेस या गमले में सिर्फ सब्जियां और फूल ही नहीं, बल्कि मसाले भी उगाए जा सकते हैं. काली मिर्च, मसालों की रानी है और इसे घर पर आसानी से उगाई जा सकती है. सही मिट्टी, हल्का पानी, सुबह की धूप और सहारे की मदद से पौधा बढ़ता है और ऑर्गेनिक मसाले खाने को मिलते हैं.
Pepper Farming: जब भी टेरेस फार्मिंग की बात होती है, तो लोगों के जेहन में सबसे पहले फूलों और सब्जियों के नाम उभरकर सामने आते हैं. लोगों को लगता है कि गमले में केवल मिर्च, गाजर, मूली, शिमला मिर्च और फूल ही जाएग जा सकते हैं. लेकिन ऐसी बात नहीं है. आप गमले में मसाले की भी खेती कर सकते हैं. बस इसके लिए आपको कुछ जरूरी बातों का खयाल रखना होगा. अगर आप गमले में काली मिर्च उगाते हैं, तो एक तो पैसों की बचत होगी और साथ ही ऑर्गेनिक मसाले भी खाने को मिलेंगे. तो आइए जानते हैं गमले में काली मिर्च की खेती करने का सही तरीका क्या है.
दरअसल, काली मिर्च को मसालों की रानी कहा जाता है. इसके दाने खाने का स्वाद बढ़ाते हैं और औषधीय गुणों से भी भरपूर होते हैं. आप इसे घर में गमलों में भी उगा सकते हैं. अगर आप चाहें तो घर के गार्डन में भी इसकी खेती कर सकते हैं. ऐसे काली मिर्च उष्णकटिबंधीय पौधा है, लेकिन सर्दियों में भी इसे उगाया जा सकता है. बस ध्यान रखें कि यह ठंडी हवाओं और पाले की चपेट में नहीं आए. काली मिर्च के लिए नवंबर से फरवरी का समय सबसे अच्छा होता है, क्योंकि इस दौरान पौधा धीरे-धीरे जड़ पकड़ता है और अच्छे से बढ़ता है.
इस तरह करें बीज की बुवाई
काली मिर्च उगाने की शुरुआत आप बीज या छोटे पौधे से कर सकते हैं. अगर घर में पहली बार उगा रहे हैं, तो नर्सरी से छोटा पौधा लेना आसान रहेगा. चाहें तो पकी मिर्च के दानों को 24 घंटे पानी में भिगोकर बीज की तरह भी बो सकते हैं. इन्हें गमले में 1 इंच गहराई तक डालें और ऊपर से हल्की मिट्टी छिड़क दें. ऐसे काली मिर्च उगाने के लिए मिट्टी हल्की, गर्म और नमी वाली होनी चाहिए, जिसमें जैविक खाद और थोड़ा कोको पीट मिलाया गया हो.
कितना होना चाहिए मिट्टी का pH स्तर
काली मिर्च उगाने के लिए मिट्टी का pH स्तर 5.5-6.5 सबसे उपयुक्त माना गया है. ठंड के मौसम में पौधे को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती, इसलिए हफ्ते में दो बार हल्का पानी देना पर्याप्त है और गमले में पानी जमा न होने दें. पौधे को सुबह की हल्की धूप वाली जगह पर रखें. बेलनुमा पौधे को बढ़ने के लिए लकड़ी, बांस या तार से सहारा दें और धीरे-धीरे बांधते रहें.
गमले में गोबर की खाद या वर्मी-कंपोस्ट डालें
आप हर 20- 25 दिन पर गमले में गोबर की खाद या वर्मी-कंपोस्ट डालें. सथ ही बहुत ठंड या ओस पड़ने पर गमले को रात को हल्का ढक दें. ऐसे काली मिर्च पौधा 2-3 साल में फल देता है. हरे दाने पीले या लाल होने पर तोड़कर सुखा लें. इस तरह आपको घर में उगाई गई जैविक काली मिर्च खाने को मिलेगी. यानी सही देखभाल और तापमान के साथ घर पर आसानी से काली मिर्च उगाई जा सकती है.