बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण हुई भारी बारिश ने ओडिशा के संबलपुर जिले में धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिससे किसान काफी परेशान हैं. बारिश के चलते खेतों में खड़ी फसल पानी में डूब गई है. जबकि जो फसल काटी गई थी वह भी खुले में पड़ी होने के कारण सूख नहीं पा रही है. इससे किसानों के लिए अपनी उपज को बचाना मुश्किल हो गया है.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जिला कृषक संगठन के अनुसार धनकौड़ा ब्लॉक और संबलपुर शहर के आसपास के इलाकों में सबसे ज्यादा नुकसान की सूचना है. कृषि विभाग के अधिकारियों ने बुधवार और गुरुवार को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर फसल क्षति का आकलन किया. जिला कृषि अधिकारी एचके जेना ने कहा कि शुरुआती आकलन में कई इलाकों में धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है. बारिश अभी भी जारी है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं.
जिला कृषि अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा
जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि फील्ड लेवल के अधिकारियों ने कुद-गुंदरपुर, कालामाटी, कर्डोला और बसंतपुर गांवों सहित संबलपुर नगर निगम के कई इलाकों का दौरा कर फसल नुकसान का आकलन किया. किसानों ने अधिकारियों को कहा कि उनकी फसल कैसे बर्बाद हो गई. जल्द ही एक प्राथमिक रिपोर्ट तैयार कर जमा की जाएगी. अधिकारियों की टीमें और भी इलाकों का दौरा करेंगी.
7,819 किसानों से 12.5 लाख पैकेट धान खरीदा गया
कई किसानों ने रबी सीजन की धान की फसल की कटाई कर ली थी और उसे खुले में सुखाने के लिए रखा था, ताकि मंडियों में बेच सकें. लेकिन बारिश के कारण धान सूख नहीं पाया और खेतों में कटाई का काम भी ठप हो गया है, क्योंकि हार्वेस्टर मशीनें जलभराव में नहीं चल सकतीं. मजदूरों को भी काम नहीं मिल रहा है, जिससे उनकी आमदनी पर असर पड़ा है. अभी तक संबलपुर जिले में 7,819 किसानों से 12.5 लाख पैकेट धान खरीदा जा चुका है, लेकिन मौसम की वजह से अब कटाई और खरीद की रफ्तार धीमी हो सकती है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है.