ओडिशा सरकार ने रबी धान बेचने वाले किसानों को बड़ी राहत दी है. राज्य के खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्रा ने कहा है कि जो किसान आधिकारिक समय सीमा खत्म होने के बाद भी टोकन लेकर धान बेचने आएंगे, उनकी पूरी फसल खरीदी जाएगी. यह समय सीमा सोमवार को समाप्त हुई थी.
माडिया से बात करते हुए मंत्री ने बताया कि जिन किसानों के पास टोकन हैं, चाहे उनकी वैधता खत्म हो गई हो, वे मंडियों में जाकर अपनी आइरिस स्कैन करवा सकते हैं. इससे उनकी बायोमेट्रिक पहचान हो जाएगी और भविष्य में वे आसानी से अपना धान बेच सकेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी टोकन तब तक समाप्त नहीं माना जाएगा जब तक सभी किसानों का धान खरीद नहीं लिया जाता.
क्यों हुई उठाने में देरी
पात्रा ने बताया कि मंडियों में धान रखने की जगह कम होने और बारिश के कारण धान उठाने में देरी हुई है. इसके बावजूद इस साल रबी सीजन में 19 लाख टन धान खरीदा गया है, जो पिछले साल के 12 लाख टन से काफी ज्यादा है. हालांकि, बालासोर जिले के किसानों ने अभी भी सड़क जाम कर अपनी मांगें रखीं और तत्काल धान खरीद की मांग की.
वहीं बरगढ़ जिले से खबर है कि बारिश के कारण खुले में रखे गए धान में अंकुरण शुरू हो गया है. प्रभावित किसानों ने सरकार से आग्रह किया है कि वे न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर उनका पेमेंट जल्द से जल्द करें.
इस फैसले से ओडिशा के हजारों किसानों को राहत मिलेगी और वे अपने प्रोडक्ट्स का सही मूल्य पा सकेंगे. सरकार ने किसानों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए खरीद प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए कदम उठाए हैं.