Punjab Agriculture News: इस साल अगस्त-सितंबर में आई बाढ़ की वजह से पंजाब को भारी नुकसान पहुंचा. खासकर बाढ़ और बारिश से धान की फसल की बहुत अधिक बर्बादी हुई. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान हुआ है. अभी भी सैकड़ों एकड़ जमीन पर बाढ़ के साथ आई रेत खेतों में पड़ी हुई है. ऐसे में किसान गेहूं की बुवाई भी नहीं कर पा रहे हैं. कहा जा रहा है कि इस साल बाढ़ और बारिश से राज्य में धान की पैदावार 17.54 लाख मीट्रिक टन कम हुई है, जिससे 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की आर्थिक हानि हुई है.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल कुल धान की खरीद 157.39 लाख मीट्रिक टन हुई, जो पिछले साल के 173.93 लाख मीट्रिक टन से कम है. नतीजतन, किसानों को इस साल 37,237.42 करोड़ रुपये मिले, जबकि पिछले साल यह लगभग 43,000 करोड़ रुपये था, जिससे पैसे का सर्कुलेशन कम हुआ और कंज्यूमर खर्च और राज्य के टैक्स रेवेन्यू पर असर पड़ा. खासकर अमृतसर, तरनतारन और फाजिल्का के बाढ़ प्रभावित जिलों में धान की ज्यादा आवक की फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट की जांच में पता चला कि गैर-बासमती धान की ज्यादा खेती ने बाढ़ के नुकसान की भरपाई कर दी. बाढ़ के बावजूद, इन जिलों में धान की आवक पिछले साल के लेवल के बराबर थी, जिससे सरकार को वहां धान की खरीद रोकनी पड़ी.
क्या कहते हैं सरकारी अधिकारी
एक सीनियर फूड और सप्लाई अधिकारी ने कहा कि हमारी जांच से पता चला कि यह पूरी तरह से पिछले साल ग्लोबल बासमती की कीमतों में आई अचानक गिरावट की वजह से हुआ, जिसकी वजह से किसानों ने बासमती को छोड़ दिया और ज्यादा नॉन-बासमती किस्मों की खेती की. जैसे-जैसे नॉन-बासमती का एरिया बढ़ा, वैसे-वैसे इसका प्रोडक्शन भी बढ़ा. नतीजतन, बाढ़ से हुए नुकसान के बावजूद धान की आवक पिछले साल के आंकड़ों के बराबर रही. पिछले साल, राज्य ने 33.02 लाख मीट्रिक टन बासमती धान खरीदा था, लेकिन इस साल 17 नवंबर तक मंडियों में सिर्फ 15.10 लाख मीट्रिक टन उपज ही लाई गई. औसत कीमत पिछले साल के 3,744 रुपये प्रति क्विंटल से गिरकर इस साल 3,400 रुपये हो गई.
केंद्र सरकार ने पंजाब को दिया राहत पैकेज
बता दें कि इस साल बाढ़ ने पंजाब में भारी तबाही मचाई. फसलों को नुकसान पहुंचने के साथ-साथ जानमाल की भी हानि हुई. 250 से अधिक मेवशी बाढ़ में डूबकर मारे गए, जबकि सैंकड़ों की संख्या में भैंस पानी में बहकर पाकिस्तान पहुंच गए थे. हालांकि, केंद्र सरकार ने बाढ़ राहत के रूप में पंजाब को 1600 करोड़ रुपये का पैकेज दिया है.