ओडिशा में बेमौसम बारिश ने फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. खास कर कोरापुट जिले के जेयपुर इलाकों में फसलों के ऊपर मौसम की मार कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रही है. यहां पर खराब मौसम और बेमौसम बारिश ने सैकड़ों हेक्टेयर में धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है. इससे स्थानीय किसान बेहद परेशान हैं. खास बात यह है कि 60 फीसदी फसल अब कटाने लायक हो चुकी है. वहीं, किसानों ने सरकार से आर्थिक मदद की मांग की है. किसानों का कहना है कि अगर मुआवजा नहीं मिला, तो खरीफ फसलों की बुवाई नहीं कर पाएंगे.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों ने कहा कि लगातार बारिश की वजह से कटाई के बाद धान भीग गए और उसके दाने का रंग बदल गया है. धनपुर पंचायत के किसान जितेंद्र मिश्रा ने कहा कि बारिश के कारण धान में नमी आ गई है और रंग खराब हो गया है. लेकिन रूक-रूक कर बारिश होने से हम ठीक से धान सुखा नहीं पा रहे हैं. इससे उनकी फसल FAQ (फेयर एवरेज क्वालिटी) मानक पर खरा नहीं उतर पाएगी.
मौसम साफ होने का है इंतजार
जेयपुर ब्लॉक के एक अन्य किसान मनोज पात्रा ने कहा कि मई के आखिरी सप्ताह में इतनी लंबी बारिश की उम्मीद नहीं थी, जबकि यह रबी धान की कटाई का मुख्य समय होता है. खराब मौसम ने अनाज को काफी नुकसान पहुंचाया है. बारिश ने कट चुकी फसल को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ चल रहे खेती के कामों को भी बाधित कर दिया है. खराब मौसम के चलते किसान पकी हुई फसल काटने का जोखिम नहीं ले रहे हैं, जिससे कटाई का काम रुक गया है. अब कई किसान मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं.
5 जून से शुरू होगी धान की कटाई
सूत्रों के अनुसार, इस बार रबी सीजन में जेयपुर, कोंड्रा, बोरिगुमा और कोटपाड़ ब्लॉक में जनवरी के दौरान करीब 25,000 हेक्टेयर में धान की खेती हुई थी.इनमें से लगभग 60 फीसदी फसल अब कटाने लायक हो चुकी है. हालांकि, बारिश से पहले किसान करीब 3,000 हेक्टेयर में धान काट चुके थे. इस बीच कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे जब तक मौसम ठीक न हो, तब तक फसल की कटाई टालें, ताकि और नुकसान से बचा जा सके. कोरापुट प्रशासन ने 5 जून से धान की सरकारी खरीद शुरू करने की घोषणा की है