पहली सिंचाई के बाद खेत में करें ये काम, फसलों का होगा पूरा जमाव.. बढ़ जाएगी पैदावार

पहली सिंचाई के बाद जब खेत में हल्की नमी आ जाती है, तभी गैप फिलिंग का सबसे सही समय होता है. किसान पहले खेत में खाली जगहों को पहचान लें. फिर कुदाल या किसी नुकीले औजार से छोटी नाली बनाकर उसमें एक-एक बीज डाल दें.

Kisan India
नोएडा | Published: 3 Dec, 2025 | 12:41 PM

Wheat Farming: अधिकांश राज्यों में गेहूं की बुवाई लगभग पूरी हो गई है. लेकिन कई किसान खेत में गेहूं के कम जमाव से परेशान हैं. किसानों को कहना है कि अगर बीज सही तरह से अंकुरित होकर नहीं जमते हैं, तो पैदावार में गिरावट आ सकती है. ऐसे में आर्थिकन नुकसान उठाना पड़ सकता है. लेकिन अब ऐसे किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है. क्योंकि आज हम कुछ ऐसे टिप्स के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं, जिसे अपनाते ही खेत में अच्छी तरह से गेहूं का जमाव होगा. खास बात यह है कि इसके लिए किसानों को ज्यादा खर्च करने की भी जरूरत नहीं है. बस किसानों को नीचे बताए गए बातों को अपनाना होगा.

कृषि जानकारों के मुताबिक, बुवाई के बाद अधिकांश खेतों में सही तरह से बीजों का जमान नहीं हो पाता है. लेकिन किसानों को मालूम होना चाहिए कि उनकी छोटी सी गलतियों की वजह से ऐसा हो रहा है, जिससे वे भी अनजान हैं. वहीं, कई बार इसके लिए मौसम में हल्के बदलाव भी जिम्मेदार होते हैं. इससे पैदावार पर असर  पड़ता है. लेकिन किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है. पहली सिंचाई के बाद सही तरीके से खाली जगहों पर पौधे लगाकर (गैप फिलिंग) फसल को बचाया जा सकता है.

 नवंबर में बुवाई करने वाले किसानों के लिए है जरूरी

कृषि जानकारों का कहना है कि नवंबर के पहले सप्ताह में बुवाई करने वाले किसानों की फसल अब पहली सिंचाई के लिए तैयार है. कई बार अच्छी तैयारी के बाद भी मौसम या बुवाई की तकनीक के कारण बीज सही से नहीं जम पाता. ऐसे में पहली सिंचाई  के बाद किसान खाली स्थानों को भरकर पौधों की संख्या संतुलित रख सकते हैं और पैदावार बढ़ा सकते हैं.

गैप फिलिंग के लिए करें ये काम

पहली सिंचाई के बाद जब खेत में हल्की नमी आ जाती है, तभी गैप फिलिंग का सबसे सही समय होता है. किसान पहले खेत में खाली जगहों को पहचान लें. फिर कुदाल या किसी नुकीले औजार से छोटी नाली बनाकर उसमें एक-एक बीज डाल दें. इससे पौधों की संख्या बढ़ जाती है और पैदावार  पर कोई खराब असर नहीं पड़ता. अभी बोए गए बीज भी मार्च- अप्रैल में बाकी फसल के साथ ही पक जाते हैं, जिससे कटाई एक साथ होती है और किसान को बेहतर उत्पादन मिलता है.

उसी किस्म के बीज का करें इस्तेमाल

गैप फिलिंग करते समय किसानों को एक बात जरूर ध्यान रखनी चाहिए. खेत की खाली जगह को भरते समय वही किस्म का बीज  इस्तेमाल करें, जिसे पहले बोया गया था. इससे फसल में किसी तरह की मिलावट नहीं होती और क्वालिटी बनी रहती है. कुछ मामलों में दाना थोड़ा छोटा हो सकता है, लेकिन उत्पादन पर इसका बड़ा असर नहीं पड़ता. खासकर जो किसान गेहूं को बीज उत्पादन के लिए उगाते हैं, उनके लिए एक ही किस्म का बीज इस्तेमाल करना और भी जरूरी है.

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