Diwali 2025: जानवरों के लिए जानलेवा हो सकते हैं पटाखे, ऐसे करें पशुओं की देखभाल

दिवाली के पटाखे और धुआं सिर्फ इंसानों के लिए नहीं, जानवरों के लिए भी खतरनाक हैं. तेज आवाज और प्रदूषण से मवेशी घबराते हैं, बीमार हो सकते हैं और कभी-कभी उनकी जान तक जा सकती है. ऐसे में पशुपालकों को त्योहार पर अपने मवेशियों का खास खयाल रखने की जरूरत है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 16 Oct, 2025 | 05:24 PM

Animal Safety : दीपावली का त्योहार रोशनी और खुशियों का प्रतीक है, लेकिन इस मौके पर जलने वाले पटाखे सिर्फ इंसानों के लिए ही नहीं, जानवरों के लिए भी बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं. तेज आवाज और धुएं से पालतू और आवारा जानवर दोनों गंभीर शारीरिक और मानसिक नुकसान झेल सकते हैं. कई बार यह नुकसान इतना बड़ा हो जाता है कि जानवरों की जान तक चली जाती है. इसलिए इस दिवाली जानवरों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना बेहद जरूरी है.

तेज आवाज और धुएं से जानवरों को खतरा

दीपावली के दौरान पटाखों से निकलने वाला धुआं और तेज धमाके जानवरों की सेहत के लिए खतरनाक होते हैं. कुत्ते, बिल्ली और अन्य पालतू जानवर घबराहट, पैनिक अटैक और हार्ट अटैक जैसी स्थितियों का सामना कर सकते हैं. कई बार तेज आवाज और प्रदूषण के कारण उनकी मौत तक हो जाती है. धुएं में मौजूद रसायन उनके फेफड़ों और श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे अस्थमा, एलर्जी और ब्लीडिंग जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं.

पालतू जानवरों की सुरक्षा के आसान उपाय

इस समय अपने पालतू जानवरों  को घर के अंदर किसी शांत कमरे में रखना सबसे सुरक्षित तरीका है. उन्हें बाहर या छत पर अकेला न छोड़ा जाए. कमरे में उनके लिए पानी और खाना उपलब्ध रखें. घर के अंदर रहकर जानवर सुरक्षित रहते हैं और तेज आवाज या धुएं से परेशान नहीं होते. इसके साथ ही उन्हें आराम करने के लिए गद्दा या चटाई पर रखा जा सकता है.

आवारा जानवरों की सुरक्षा

सड़कों पर घूमने वाले आवारा जानवर भी इस समय खतरे में रहते हैं. तेज आवाज और धुएं से वे घबराकर सड़क पर भाग सकते हैं या ट्रैफिक में दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं. यदि संभव हो तो उन्हें सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया जाए या स्थानीय पशु सहायता टीम को सूचना दी जाए. जागरूक रहकर इन जानवरों की जान भी बचाई जा सकती है.

पटाखे फेंकना अपराध, सख्त कार्रवाई

दीपावली पर जानवरों पर पटाखे फेंकना या उनके साथ छेड़छाड़ करना कानूनी अपराध है. ऐसा करने वालों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी. नगर निगम की पशु चिकित्सा टीम इस समय पूरी तरह सक्रिय रहेगी ताकि किसी भी प्रकार की शरारत को रोका जा सके. यह कानून सभी के लिए चेतावनी है कि जानवरों के साथ दुर्व्यवहार बिल्कुल नहीं किया जाना चाहिए.

पशु प्रेमियों और पालतू जानवर पालकों के लिए अलर्ट

पशु प्रेमियों और पालतू जानवर पालकों को पहले से अलर्ट कर दिया गया है. तेज आवाज वाले पटाखों की वजह से जानवर चिड़चिड़े हो जाते हैं और कई बार अपने मालिकों पर भी आक्रामक प्रतिक्रिया दिखा सकते हैं. इसलिए इस समय उन्हें अकेला छोड़ना खतरनाक है. जागरूक रहने और सही उपाय अपनाने से जानवर सुरक्षित रह सकते हैं.

सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव

जानवरों की सुरक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण है सावधानी और तैयारी. उन्हें घर के अंदर सुरक्षित जगह पर रखें, धुएं और तेज आवाज से दूर रखें, पानी और खाना उपलब्ध कराएं. इस दिवाली जानवरों के प्रति जिम्मेदारी निभाना सिर्फ उनकी सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि आपके और परिवार की सुरक्षा के लिए भी जरूरी है. दीपावली के दौरान जानवरों की देखभाल पर ध्यान देना किसी भी परिवार के लिए अनिवार्य है. तेज आवाज और प्रदूषण से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए ये आसान उपाय अपनाएं और अपने पालतू और आवारा जानवरों की जान सुरक्षित रखें.

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Published: 16 Oct, 2025 | 05:23 PM

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