अंजीर की खेती या घरेलू बागवानी करने वालों के लिए यह सामान्य लेकिन परेशान करने वाली समस्या है कि फल पेड़ पर पूरी तरह पकने से पहले ही गिरने लगते हैं. यह फल की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों को प्रभावित करता है. तो चलिए जानते हैं कि अंजीर के फल समय से पहले क्यों गिरते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.
मौसम और सिंचाई की गड़बड़ी
अंजीर के फल गिरने की एक बड़ी वजह मौसम की मार होती है. अचानक तापमान में बदलाव, ज्यादा बारिश या अत्यधिक गर्मी पेड़ को तनाव में डाल देते हैं. इसके साथ ही कभी पानी की अधिकता और कभी उसकी कमी भी जड़ें कमजोर कर देती हैं, जिससे फल समय से पहले टूट जाते हैं.
परागण में कमी से भी गिरते हैं फल
अंजीर का पेड़ परागण के लिए खास कीट ‘फिग वॉस्प’ पर निर्भर करता है. अगर यह वॉस्प समय पर पेड़ के फूलों तक न पहुंचे या उनकी संख्या कम हो, तो परागण पूरा नहीं हो पाता. इससे फल अधपके रह जाते हैं और गिरने लगते हैं.
पोषक तत्वों की कमी बनती है बड़ी वजह
अगर अंजीर के पेड़ को जरूरी पोषक तत्व खासकर पोटैशियम और कैल्शियमसही मात्रा में न मिलें, तो फल का विकास रुक जाता है. मिट्टी में पोषण की कमी होने पर फल कमजोर हो जाते हैं और झड़ने लगते हैं.
कीट और रोग कर देते हैं नुकसान
अंजीर के पेड़ को एफिड्स, माइट्स और कुछ फफूंद जैसे रोग जल्दी जकड़ लेते हैं. ये धीरे-धीरे पत्तियों और फलों को नुकसान पहुंचाते हैं. अगर समय रहते इलाज न किया जाए, तो पूरा फल गिर सकता है.
क्या करें ताकि फल न गिरें
- नियमित और संतुलित सिंचाई बहुत जरूरी है. न बहुत अधिक और न ही बहुत कम पानी दें. मिट्टी में नमी बनी रहनी चाहिए लेकिन पानी रुके नहीं, इसलिए जल निकासी का ध्यान रखें.
- पेड़ की छंटाई करें, ताकि हवा और धूप सही तरीके से पहुंचे. इससे फफूंद और कीटों का असर कम होगा और पेड़ स्वस्थ रहेगा.
- मिट्टी की जांच कराएं और संतुलित उर्वरक दें. विशेष रूप से ऑर्गेनिक खाद या पोटैशियम-कैल्शियम युक्त खाद देने से फल मजबूत बनते हैं.
- कीट और रोगों पर नजर रखें. जैविक कीटनाशक और फफूंदनाशक का इस्तेमाल करें, ताकि पेड़ सुरक्षित रहे.
- यदि परागण की समस्या हो, तो हाथ से परागण करने की कोशिश करें. इससे फल सेटिंग बेहतर होगी और फल झड़ने की आशंका कम होगी.