डैम्पिंग ऑफ रोग से कैसे बचाएं मशरूम की खेती, जानिए पूरी जानकारी

मशरूम को नमी पसंद है, लेकिन बहुत अधिक नमी डैम्पिंग ऑफ को बढ़ावा देती है. इसलिए वेंटिलेशन (हवादारी) अच्छी रखें, जरूरत से ज्यादा पानी देने से बचें और फर्श और दीवारें सूखी रखें.

नई दिल्ली | Published: 15 May, 2025 | 11:49 AM

मशरूम की खेती आज के समय में किसानों और उद्यमियों के लिए एक बेहतरीन कमाई का जरिया बन चुकी है. लेकिन इस खेती में भी कुछ समस्याएं होती हैं, जिनमें से एक आम और खतरनाक बीमारी है डैम्पिंग ऑफ (Damping Off). अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो पूरी फसल खराब हो सकती है.

यह बीमारी मशरूम की शुरुआती अवस्था में होती है, जब बीजाणु (spawn) बढ़ने लगते हैं. यह रोग पौधों की जड़ों और तनों को प्रभावित करता है, जिससे मशरूम मुरझाने लगता है और अंत में सड़कर मर जाता है. तो आइए जानते हैं कि डैम्पिंग ऑफ रोग क्यों होता है, इसके लक्षण क्या हैं और इसे कैसे रोका जा सकता है.

डैम्पिंग ऑफ रोग की पहचान

इस रोग का मुख्य कारण होता है कुछ विशेष प्रकार के मिट्टी में पाए जाने वाले रोगाणु जैसे Pythium, Rhizoctonia, Fusarium और Phytophthora. ये रोगाणु तब तेजी से फैलते हैं जब वातावरण में नमी ज्यादा होती है, हवा का प्रवाह कम होता है, और स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा जाता.

कैसे पहचानें कि फसल डैम्पिंग ऑफ से प्रभावित है?

  • मशरूम का शुरुआती विकास रुक जाता है
  • बीजाणु सफेद की बजाय भूरे या काले हो जाते हैं
  • मशरूम का आधार नरम और सड़ने जैसा हो जाता है
  • धीरे-धीरे पूरा हिस्सा गलकर नष्ट हो जाता है

रोकथाम के आसान उपाय-

साफ-सफाई रखें

मशरूम उगाने वाले कमरे, उपकरण और कंटेनर को अच्छी तरह से सैनिटाइज करें. पुराने और संक्रमित सामग्रियों का दोबारा उपयोग न करें. काम करने से पहले और बाद में हाथों और औजारों की सफाई जरूर करें.

नमी और तापमान पर नियंत्रण

मशरूम को नमी पसंद है, लेकिन बहुत अधिक नमी डैम्पिंग ऑफ को बढ़ावा देती है. इसलिए वेंटिलेशन (हवादारी) अच्छी रखें, जरूरत से ज्यादा पानी देने से बचें और फर्श और दीवारें सूखी रखें.

अच्छी क्वालिटी का बीज (स्पॉन) इस्तेमाल करें

बीमारी-रहित स्पॉन हमेशा भरोसेमंद सप्लायर से ही खरीदें. इस्तेमाल से पहले स्पॉन को ध्यान से जांच लें कि उसमें किसी प्रकार की गंध, रंग परिवर्तन या फफूंदी तो नहीं है.

रोग प्रतिरोधी वैरायटी चुनें

कुछ मशरूम किस्में प्राकृतिक रूप से डैम्पिंग ऑफ जैसे रोगों के खिलाफ मजबूत होती हैं. ऐसे वैरायटी का चयन करने से जोखिम काफी कम हो जाता है.

अगर बीमारी लग चुकी हो तो क्या करें?

अगर फसल में डैम्पिंग ऑफ के लक्षण दिखने लगे हैं, तो संक्रमित हिस्से को तुरंत हटा दें और नष्ट कर दें और आसपास की जगह को कीटाणुनाशक से साफ करें. आवश्यक हो तो फफूंदनाशक (fungicide) का उपयोग करें.