छत्तीसगढ़ का खाद संकट खत्म होगा, किसानों के लिए 60 हजार मीट्रिक टन यूरिया देगा केंद्र

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि किसानों की हर आवश्यकता पर राज्य सरकार संवेदनशील है और यह अतिरिक्त आवंटन खरीफ फसलों को सुरक्षित रखने में सहायक होगा.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 2 Sep, 2025 | 04:19 PM

खाद की किल्लत से परेशान किसानों को राहत देने के लिए केंद्र ने यूरिया आवंटन को मंजूरी दे दी है. छत्तीसगढ़ में खाद संकट को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने 60 हजार मीट्रिक टन यूरिया आवंटन को मंजूरी दे दी है. इससे एक महीने पहले भी 20 हजार मीट्रिक टन खाद का आवंटन राज्य को किया गया था. बता दें कि राज्य खाद की किल्लत को लेकर विधानसभा में हंगामा हो चुका है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा मुख्यमंत्री में भी सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप लग चुके हैं. जबकि, किसान लगभग हर रोज खाद पाने के लिए लाइन में लगते हैं और कुछ जगहों पर प्रदर्शन और हंगामा भी देखा गया है.

केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के लिए 60 हजार टन अतिरिक्त यूरिया के आवंटन को मंजूरी दी है. इसके तहत इस महीने के पहले सप्ताह में बीस हजार टन, दूसरे सप्ताह में पैंतीस हजार टन और बाकी पांच हजार टन की आपूर्ति इस महीने के अंत तक की जाएगी. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि किसानों की हर आवश्यकता पर राज्य सरकार संवेदनशील है और यह अतिरिक्त आबंटन खरीफ फसलों को सुरक्षित रखने में सहायक होगा.

अगस्त में राज्य को भेजी गई थी 1 लाख मीट्रिक टन खाद

इससे पहले अगस्त महीने में छत्तीसगढ़ में खाद संकट को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने राज्य को यूरिया और डीएपी खाद के अतिरिक्त आवंटन को मंजूरी दी थी. केंद्र की ओर से छत्तीसगढ़ को यूरिया और डीएपी खाद के 50-50 हजार मीट्रिक टन अतिरिक्त आवंटन मंजूर किया गया है. राज्य के कृषि मंत्री रामविचार नेताम के नेतृत्व में कल नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ के सांसदों ने केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात कर खाद के अतिरिक्त आवंटन के लिए अनुरोध किया था.

विधानसभा में हुआ था खाद को लेकर हंगामा

छत्तीसगढ़ में विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन 15 जुलाई को कांग्रेस नेताओं ने खाद-बीज संकट का मुद्दा उठाया तो सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली थी. शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरणदास महंत और कांग्रेस विधायकों ने राज्य में खाद-बीज संकट पर कहा कि पूरे राज्य में खाद की भारी किल्लत है और किसान इससे दुखी हैं. उन्होंने कहा था कि किसानों को दोगुने भाव में बाजार से खाद खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है. किसानों को लंबी-लंबी लाइनें भी लगानी पड़ रही हैं. उन्होंने किसानों की परेशानी के लिए राज्य सरकार की जिम्मेदार बताया.

राज्य ने की वैकल्पिक खाद की व्यवस्था

उस वक्त राज्य सरकार के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि किसानों के लिए सरकार ने वैकल्पिक खाद की व्यवस्था की है. किसानों को नैनो उर्वरकों के साथ ही वैकल्पिक खाद के उपयोग के बारे में ट्रेनिंग दी जा रही है. कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि अमानक बीज और अमानक खाद के मामलों में सरकार द्वारा त्वरित कार्रवाई की जा रही है. हालांकि, यह सब दावे किसानों के प्रदर्शन के आगे ढहते दिखे.

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Published: 2 Sep, 2025 | 04:18 PM

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