मध्य प्रदेश सरकार राज्य की खराब जमीन को उपजाऊ बनाने के लिए गायों के गोबर और गोमूत्र से बनी खाद का इस्तेमाल करेगी. इसके लिए रीवा में गाय पालन के लिए हिनौती गौधाम में दो शेड का लोकार्पण किया गया है. यहां पर 50 हजार से अधिक गायों का पालन किया जा रहा है. उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि सरकार की योजना है कि गायों के अपशिष्ट और अन्य जमीन की उर्वरा शक्ति बनाने के लिए पौष्टिक तत्वों का इस्तेमाल किया जाए. इसके लिए प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा.
हिनौती गौधाम में गौवंश को रखने के लिए दो शेड का लोकार्पण
मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल हिनौती गौधाम में बेसहारा गौवंश को रखने के लिए बनाए गए दो शेडों का लोकार्पण किया. उन्होंने कहा कि बसामन मामा गौ अभ्यारण्य और हिनौती गौधाम शासकीय स्तर पर गौ सेवा के सबसे बड़े केंद्र के रूप में विकसित हो रहे हैं. हिनौती गौधाम रीवा जिले को प्राकृतिक और जैविक खेती का केंद्र बनाने में मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा कि पूरी तरह से विकसित होने के बाद हिनौती गौधाम शासन की ओर से निर्मित सबसे बड़ी गौशाला होगी. इसके मास्टर प्लान के अनुसार सभी निर्माण कार्य तेजी से और समय पर पूरे कराएं, जिससे हजारों गौवंश को आश्रय दिया जा सके.
सात लाख हेक्टेयर जमीन को उपजाऊ बनाने के लिए प्लान तैयार
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गौधाम में रहने वाली 50 हजार से अधिक गायों के गोबर और गौमूत्र से तैयार खाद तथा कीटनाशक खेती को समृद्ध बनाएंगे. रीवा जिले में 7 लाख हेक्टेयर जमीन है, जिसमें 20 हजार हेक्टेयर जमीन खराब और बंजर है. ऐसे में जिले की पूरी जमीन को उपजाऊ बनाने के लिए गायों की गोबर का इस्तेमाल किया जाएगा. जबकि, इलाके के किसानों को प्राकृतिक और जैविक खेती के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है.
गौवंश और गौसेवकों का भुगतान समय पर करें संचालक
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गायों की सही देखभाल के लिए मुख्यमंत्री गंभीर हैं. उन्होंने वर्तमान में गौशाला में आश्रय पा रही सभी गायों का उप संचालक पशुपालन पंजीयन कराने के निर्देश दिए. गौवंश के लिए मिलने वाले 40 रुपए के अनुदान में 35 रुपए गाय के आहार के लिए तथा 5 रुपए गौसेवक के लिए प्रति गाय के मान से मिल रहे हैं. गौसेवकों को इस राशि का नियमित रूप से भुगतान करें जिससे वे गायों की सेवा मन लगाकर करें.
एशिया की सबसे बड़ी गौशाला होगी हिनौती गौधाम
मनगंवा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि हिनौती भारत ही नहीं एशिया की सबसे बड़ी और आधुनिकतम गौशाला बनेगी. इसके निर्माण कार्य के लिए राशि की कोई कमी नहीं है. इसके निर्माण के लिए शुरुआत में 231 एकड़ भूमि उपलब्ध थी. उप मुख्यमंत्री के प्रयासों से आज हिनौती गौधाम का विस्तार 13 सौ एकड़ में हो रहा है. उन्होंने कहा कि उप मुख्यमंत्री के प्रयासों से ही रीवा में बसामन मामा गौ अभ्यारण्य और हिनौती गौधाम का विकास हो रहा है. हिनौती गौधाम तीर्थ के रूप में विकसित होगा.