लाल मिर्च की खेती करना चाहते हैं तो आपके लिए बेस्ट है यह किस्म, कम लागत में होगी बंपर पैदावार

रबी सीजन में मिर्च की खेती करना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप इसकी उन्नत किस्म का चुनाव करें. किसानों को मिर्च की खेती से अच्छा मुनाफा हो इसके लिए एनएससी एक खास किस्म लेकर आया है और किसान इसके बीज भी आसानी से ऑनलाइन मंगवा सकते हैं.

नोएडा | Updated On: 24 Oct, 2025 | 10:01 PM

Chilli Farming: मिर्च भारतीय रसोई का एक अभिन्न हिस्सा है. दाल में तड़का लगाना हो या सब्जी का स्वाद बढ़ाना हो, मिर्च का तीखापन खाने को और भी स्वादिष्ट बनाता है. उपभोक्ताओं के बीच मिर्च की मांग सालभर बनी रहती है. इसके अलावा सूखे मिर्च के तौर पर भी इसका इस्तेमाल बहुत ज्यादा होता है. यही कारण है कि मिर्च की खेती किसानों के लिए व्यावसायिक खेती का एक अच्छा विकल्प बनकर उभरी है. ऐसे में मिर्च की खेती करने वाले किसानों के लिए एनएससी चिली सीटी-23 (NSC Chilli CT-23) किस्म अच्छा ऑप्शन है. इसकी खासियत ये है कि सूखी मिर्च की मंडी में भी इसकी ज्यादा मांग होती है. इस कारण से इस किस्म की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा हो सकती है.

यहां से खरीदें बीज

मिर्च एक ऐसी फसल है जिसकी खेती किसान किसी भी मौसम में कर सकते हैं. अगर सही से देखभाल की जाए को मिर्च की फसल से किसानों को अच्छी पैदावार मिल सकती है. NSC Chilli CT-23 मिर्च की हाइब्रिड किस्म है जो कि अपनी तेज अंकुरण दर और मजबूत पौधों के लिए किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है. साथ ही इस किस्म की मिर्च ताजी हरी मिर्च के बाजार के साथ-साथ सूखी मिर्च (Dry Chilli) के बाजार के लिए भी बेस्ट है. इसकी खेती करने वाले किसानों को सहूलियत देने के लिए राष्ट्रीय बीज निगम (National Seed Corporation), किसानों के इसके 10 ग्राम बीज का एक पैकेट 34 फीसदी छूट के साथ मात्र 750 रुपये में उपलब्ध करा रहा है, जबकि इसकी असल कीमत 1150 रुपये है. किसान चाहें तो इसके बीज ऑनलाइन ऑर्डर मंगवा सकते हैं.

NSC से सस्ते में खरीदें बीज (Photo Credit- NSC)

ऐसे करें ऑनलाइन ऑर्डर

कैसे करें मिर्च की खेती

रबी सीजन (Rabi Season) में मिर्च की खेती करने के लिए अक्टूबर से नवंबर का समय बेस्ट माना जाता है. इस समय बोई गई फसल फरवरी से मार्च तक में तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है. मिर्च की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली रेतीली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है. नर्सरी में बीज बुवाई के करीब 25 से 30 दिन बाद इसके पौधे खेत में रोपाई के लिए तैयार हो जाते हैं. पौधों की रोपाई से पहले खेत की 2 से 3 बार गहरी जुताई (Ploughing) जरूर करनी चाहिए और मिट्टी को 10 से 15 टन गोबर की खाद  देनी चाहिए, ताकि पौधे को सही पोषण मिल सके.

Published: 24 Oct, 2025 | 10:00 PM

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